Bihar Election तेजस्वी का PM पर मोकामा हत्याकांड पर हमला

Bihar Election बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा हत्याकांड ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस मामले पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब आचार संहिता लागू है, तब भी कुछ लोग बंदूक लेकर घूम रहे हैं — यह प्रशासन की नाकामी दर्शाता है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा से आई गोलीबारी और जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है।जिस राज्य ने पिछले दो दशकों में शांतिपूर्ण चुनाव की पहचान बनाई थी, वहां अब फिर से गोलियों की गूंज सुनाई देने लगी है।इस घटना ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था बल्कि चुनाव आयोग की तैयारी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा – हिंसा की कोई जरूरत नहीं पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि “हम कभी हिंसा के पक्षधर नहीं रहे हैं। चुनाव लोकतंत्र का पर्व है, इसमें गोलियां नहीं चलनी चाहिए।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब आचार संहिता लागू है, तब भी हथियार लेकर लोग खुलेआम घूम रहे हैं — आखिर प्रशासन क्या कर रहा है?

प्रधानमंत्री पर बोला सीधा हमला Bihar Election

तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री 30 साल पुरानी बातें करते हैं, लेकिन 30 मिनट पहले क्या हुआ, उस पर कोई चर्चा नहीं करते।” उन्होंने मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या और सीवान में एएसआई की गला रेतकर हत्या का जिक्र करते हुए कहा — “ये कौन लोग हैं जो बिहार को अपने कब्जे में लेकर बैठे हैं?”

‘हार की बौखलाहट में अपराध को संरक्षण’ तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में शासन-प्रशासन के कई लोग अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये लोग हार की बौखलाहट में हैं, बिहार की जनता इसका जवाब देगी। कभी 200 राउंड गोलियां चलती हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती, कभी हत्या हो जाती है और सब चुप रहते हैं।” राज्य की राजनीतिक जमीन खून से कई बार लाल हुई है।1960 के दशक से लेकर 1990 तक, बिहार में कई बड़े नेताओं की हत्या हुई।शक्ति कुमार, मंज़ूर हसन, अशोक सिंह और बृज बिहारी प्रसाद जैसे नाम आज भी बिहार की सियासी हिंसा की काली याद हैं।कई बार हत्या के बाद शव तक नहीं मिले और न्याय दशकों तक अधूरा रह गया।