foot fingers transplanted : चमत्कार ! हाथों में लगा दीं पैर की उंगलियां , 1 Great Opration

foot fingers transplanted  बिना उंगली की बच्ची की जिंदगी अधूरी थी। वह अपना कोई काम नहीं कर पा रही थी। यहां तक कलम या चम्मच तक नहीं पकड़ पाती थी। खुद से खाना नहीं खा पाती थी। इसलिए उसके पिता परेशान थे। सर्जरी के बाद अब बच्ची को अब उंगली मिल गई है। Safdarjang Hospital बर्न एंड प्लास्टिक विभाग के एचओडी ने कहा कि यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी, जिसे टीम वर्क के जरिए सफल बनाया गया। इस बारे में सर्जन डॉक्टर ने कहा कि हमने पैर की दो उंगली, अंगूठा और पास वाली पैर की दूसरी उंगली को हाथ में ट्रांसप्लांट करने का फैसला किया, ताकि इस दो उंगली से वह चम्मच और कलम भी पकड़ सके।

 

foot fingers transplanted अब मोहताज़ नहीं रहेगी मासूम मायरा

foot fingers transplanted
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  • foot fingers transplanted अस्पताल के बेड पर बैठी मायरा को अपनी उंगली मिल गई है। वह कलम भी पकड़ पाएगी और स्कूल भी जा सकेगी। सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने मायरा के पैर की उंगली हाथ में ट्रांसप्लांट कर उसके हाथ में जान फूंक दी है। उंगलियों में सेंसेशन आना शुरू हो गया है। डॉक्टरों ने 9 घंटे की माइक्रोवस्कुलर सर्जरी कर बच्ची के हाथ में उंगली दे पाने में बड़ी सफलता हासिल की है।
foot fingers transplanted
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  • foot fingers transplanted राजस्थान के अलवर की रहने वाली साढ़े चार साल की मायरा दो साल पहले चारा काटने की मशीन में गलती से हाथ दे बैठी, जिसकी वजह से उसके दोनों हाथ की हथेली कट गई। एक भी उंगली नहीं बची। हालांकि, घटना के तुरंत बाद बच्ची के परिजन उसे पास के अस्पताल लेकर गए थे, लेकिन उस समय हाथ जोड़ पाने में सफल नहीं हो पाए। बच्ची के पिता किसान हैं और इस साल जनवरी में बच्ची को लेकर सफदरजंग अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग में पहुंचे।
foot fingers transplanted
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  • foot fingers transplanted सर्जन ने बताया कि बाएं पैर की दो उंगली को खून की नली, नर्व और टेंडन (मांसपेशी को हड्डी से जोड़ने वाली नस) को निकालना और उसे इतने छोटी बच्ची के हाथ में जोड़ना आसान काम नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चों में खून की नसें धागे से भी पतली होती है। खून की तीन पतली-पतली नसों को जोड़ा गया। इससे ब्लड सप्लाई पूरी होती है। इसके बाद एक नर्व को हाथ के नर्व से जोड़ा गया, जिसे छूने आदि का एहसास हो सके और तीसरा 4 टेंडन जोड़ा, जिससे वह उंगली आगे-पीछे कर सके। डॉक्टर ने कहा कि खून की सप्लाई शुरू हो गई है। धीरे-धीरे उंगली काम करना शुरू कर देगी।

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