Indresh Hospital peripheral परिधीय धमनी रोग जिसे परिधीय धमनी रोग भी कहा जाता है एक सामान्य स्थिति है जिसमें संकुचित धमनियां हाथ या पैर में रक्त के प्रवाह को कम कर देती हैं। परिधीय धमनी रोग पीएडी में, पैर या हाथ – आमतौर पर पैर – को मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं मिलता है। इससे चलने पर पैर में दर्द (क्लौडिकेशन) और अन्य लक्षण हो सकते हैं। एथेरोस्क्लेरोसिस धमनियों के संकुचन का कारण बनता है जो पैरों और कभी-कभी बाहों में रक्त के प्रवाह को कम कर सकता है। परिधीय धमनी रोग के उपचार में व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना और धूम्रपान या तंबाकू का उपयोग नहीं करना शामिल है।
11-15 दिसंबर 2023 तक निःशुल्क परिधीय धमनी रोग शिविर Indresh Hospital peripheral

अब ऐसे मरीज़ों को राहत और उपचार देने में उत्तराखंड के भरोसेमंद और बड़े स्वास्थ्य संस्थान श्री महंत इंद्रेश हॉस्पिटल ने हाँथ आगे बढ़ाया है और आपके लिए लगा रहे हैं निःशुल्क परीक्षण शिविर जहाँ आपके लिए बिना चीर-फाड किये सफल इलाज पिन होल तकनीक द्वारा बडी धमनी का सफल उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है ।
कब और कैसे मिलेगी सुविधा –
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में इस निःशुल्क परिधीय धमनी रोग शिविर का आयोजन सोमवार 11 दिसंबर 2023 से गुरुवार 15 दिसंबर 2023 तक सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया जाएगा। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के तीन वरिष्ठ इंटरवेन्शनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रशांत सारडा, डॉ.महेन्द्र बिन्ड व डॉ.रोहित शर्मा शिविर में रोगियों को निःशुल्क परार्मश देंगे। ऐसे मरीज़ परिधीय धमनी रोग शिविर के लिए 01356672350 / 8279839314 पर पंजीकरण करें।
ऐसे सभी रोगी जिन्हें पेरिफेरल आर्टरी डीजीज जैसे हाथ व पैरो में कमजोरी व दर्द, हाथ पैर और उॅगालियों में न ठीक होने वाले जख्म, त्वचा का रंग काला होना, दुसरे पैर की तुलना में एक पैर का ठंडा होना, पैर की उंगलियों के नाखुन खराब होना, पैरों पर बालों का नहीं उगाना इत्यादि लक्षण हो वे इस निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ ले सकते है। डॉ प्रशांत सारडा ने जानकारी दी कि सीजीएचएस, एसजीएचएस, ईसीएचएस, ईएसआईसी, आयुष्मान के लाभार्थियो का उपचार भी पिन होल तकनीक के अंतर्गत किया जा रहा है।
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