जरा संभल जाइये…कहीं शादी की दावत खाए बिना न देना पड़ जाए शगुन

सावधान…यदि आपको मोबाइल फोन पर ऑनलाइन शादी का निमंत्रण पत्र मिले तो जरा संभल जाइये। कहीं ऐसा न हो कि बिना शादी की दावत खिलाए ही आपसे शगुन वसूल लिया जाए। इन दिनों शादियों के सीजन में साइबर ठग ऑनलाइन शादी कार्ड के रूप में एपीके फाइल भेजकर लोगों के मोबाइल फोन हैक करके उन्हें चूना लगा रहे हैं।

कुछ समय में व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से ऑनलाइन निमंत्रणपत्र भेजने का चलन तेजी से बढ़ा है। लोग अब न केवल दूसरे शहरों में रहने वाले बल्कि आसपास रहने वाले परिचित और रिश्तेदारों को भी मोबाइल फोन पर ऑनलाइन ही निमंत्रणपत्र भेजकर आयोजनों में आमंत्रित कर रहे हैं।

ऐसे में ठगी के नए-नए तरीके ईजाद कर रहे साइबर ठग भी इसका फायदा उठाते हुए शादी के निमंत्रणपत्र की सूरत में एपीके फाइल व्हाट्सएप गु्रप और निजी नंबर पर भेजकर लोगाें का मोबाइल फोन हैक कर रहे हैं। फोन हैक कर साइबर ठग बैंक खाते से पैसे निकालने के साथ ही फोन में मौजूद व्यक्तिगत जानकारी व फोटो, वीडियो आदि भी चोरी कर रहे हैं।

मामला 1-

नगर निवासी व्यापारी के मोबाइल फोन पर आए शादी के निमंत्रणपत्र के रूप में आई एपीके फाइल को खोलते ही उनका फोन हैक हो गया। इसके बाद साइबर ठगों ने उनके यूपीआई अकाउंट से 6500 रुपये निकाल लिए।

मामला 2 –

स्थानीय युवक को मोबाइल फोन एपीके फाइल से हैक कर साइबर अपराधियों ने उसके नंबर से आपत्तिजनक फोटो कई व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट कीमामले में शिकायत होने पर युवक को पुलिस के समक्ष शिकायकर्ताओं से माफी मांगनी पड़ी।

ये बरतें सावधानी

शादी के निमंत्रण की फाइल पीडीएफ होने पर ही ओपन करें।

एपीके फाइल ओपन न करें

एपीके फाइल तत्काल डिलीट कर दें।

अनजान लिंक पर क्लिक न करें।

एपीके फाइल डाउनलोड होने पर अकाउंट के पासवर्ड बदल लें।

फोन या अकाउंट हैक होने पर साइबर पुलिस की मदद लें।

पुलिस की ओर से लगातार अभियान चलाकर लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। एपीके फाइल और अनजान नंबर से आने वाले लिंक पर क्लिक करने से बचें। -राजीव रौथाण, प्रभारी निरीक्षक, लक्सर कोतवाली