जोड़ा बीरभूम के सैथिया कॉलेज रोड में रहता है anokha talaaq

पहली बार में जिसने सुना उसका लगा कि यह तलाक का केस किया ‘पागल आदमी’ ने दाखिल किया होगा, हालांकि, ऐसा नहीं है, वह एक सरकारी कर्मचारी है, जो स्वास्थ्य विभाग, रामपुरहाट, बीरभूम में कार्यरत है. पति की दलील थी कि मौजूदा समय में जब सब्जियों के दाम इतने ज्यादा हैं कि एक बार इन सब्जियों को फ्रिज के अंदर रख दिया जाए तो ये बाहर निकलने का नाम ही नहीं लेती हैं. स्वाभाविक रूप से सब्जियां अंदर ही अंदर खराब होने लगती हैं. हालांकि, इस संबंध में पत्नी की दलील है कि वह खाना बनाएगी भी तो किसे खिलाएगी ? परिवार में सिर्फ 3 सदस्य हैं, इसलिए सब्जियों को फ्रिज में रखना पड़ता है और इस तरह सब्जियां खराब हो जाती हैं.
उनकी कहानी सुनकर उनके वकील भी अपनी हंसी नहीं रोक सके. सूत्रों के मुताबिक, हालांकि बाद में दोनों पक्षों के वकीलों ने मिल-बैठकर मामले को सुलझाने की कोशिश की.उन्होंने कहा कि उनके पति पिछले तीन महीने से परिवार चलाने के लिए कोई खर्च नहीं दे रहे हैं और उसके लिए तीन महीने घर चलाना मुश्किल हो गया है. हालांकि, इस संबंध में, पति का कहना है कि जब वह पूरे दिन काम करने के बाद घर लौटता है तो घर पर शांति का एक भी क्षण नहीं होता है.पति का कहना है कि यह मामला दिन-ब-दिन बर्दाश्त से बाहर होता जा रहा है इसलिए अब एक छत के नीचे रहना संभव नहीं है.