Bhotiya Tea अगर आपको स्वास्दिष्ट इंडियन व्यंजनों का शौक है , अगर आप फ़ूड लवर हैं तो ये खबर आपके लिए है। देश से ठंड इन दिनों जहां उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में ठंड खत्म हो चुकी है और गर्मियों का मौसम शुरू होने वाला है, वहीं पहाड़ों में अभी भी ठंड जारी है. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भोटिया जनजाति की महिलाओं द्वारा विशेष प्रकार की चाय का सेवन किया जाता है. जिसे ‘ज्या’ कहते हैं. इस चाय में सत्तू, गुड़, घी, आटा, नमक का प्रयोग किया जाता है. जिसे शादी, मुंडन जैसे शुभ कार्यों के साथ मेहमान के घर आने पर बनाया जाता है, भोटिया जनजाति के लोग इस चाय को सर्दी हो या गर्मी हर मौसम में पीना पसंद करते हैं.
चमोली में मिलती है अनोखी चाय Bhotiya Tea

चमोली की महिलाएं बताती हैं कि सर्दियों में पी जाने वाली नमकीन चाय सेहत के साथ स्वाद से भरपूर होती है. इसे बनाने का तरीका भी बहुत खास है. नमकीन चाय बनाने के लिए एक बर्तन में सबसे पहले पानी गर्म किया जाता है, जिसके बाद उसमें चायपत्ती (धुनेर) डालते हैं. चायपत्ती को उबाल आने तक पकाते हैं. और छानकर ‘दुंबू’ (गिलास नुमा लकड़ी का बर्तन) में स्वाद अनुसार दूध, नमक, चुटकी भर आटा, 1 से 2 चम्मच घी/ पीना घी (चूली के अंदर के बीज, दाती अखरोट का बीज, नारियल को पीसकर बनाते हैं) डालते हैं और दुंबू में उस चाय को फेंटते हैं, जिसके कुछ समय बाद उस चाय को कटोरी में डालकर परोसा जाता है और यह चाय सत्तू के साथ पी जाती है.
क्या आप भी करेंगे नमकीन चाय और सत्तू का नाश्ता
स्थानीय ग्रहणी बताती हैं कि सर्दियों में वे सभी नमकीन चाय और सत्तू को नाश्ते में परोसते हैं, वह बताती हैं कि वैसे तो ज्या का सेवन हर मौसम में किया जाता है लेकिन सर्दियों के मौसम शुरू होते ही सभी इसे पीना पसंद करते हैं. यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है क्योंकि इसमें घी, नमक, खास तरीके की चायपत्ती इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी तासीर गर्म होती है.
अनोखी है पहाड़ों की खानपान और जीवनशैली
स्थानीय महिलाओं का कहना है कि वह गर्मियों ने जब 6 महीने नीति घाटी में रहती हैं, उस दौरान विभिन्न तरीके के व्यंजन बनाती हैं और सर्दियों में वह देवली बगड़, कालेश्वर में रहते हैं. वहीं वह अपने सभी शुभ कार्यों में अपने पारंपरिक वेशभूषा के साथ स्थानीय पकवान बनाती हैं, जिससे उन्हें अपनी संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है.उत्तराखंड के पहाड़ों में आज भी ऎसी अनोखी खानपान , जीवन शैली और लाइफस्टाइल है जिनको पढ़कर और करीब से महसूस कर आप भी इस संस्कृति से प्रभावित हो जायेंगे।तो कभी ट्राई कीजिये ऐसी नमकीन आटे वाली पहाड़न चाय को
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