क्लाइमेट चेंज से क्यों है खतरा ? caterpillar fungus Viagra

यारसा गुम्बा जड़ी-बूटी चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली दुनिया की सबसे महंगी नेचुरल दवाई मानी जाती है. यह एक तरह का फंगस (फफूंद) होता है, जो कैटरपिलर पर उगता है. ये इतना कीमती है कि स्थानीय लोग इसे हिमालयों का सोना भी कहते हैं. इसका इस्तेमाल खासतौर पर मर्दाना कमजोरी ठीक करने में भी होता है. इसी वजह से यह ‘हिमालय की वियाग्रा’ नाम से मशहूर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके एक किलोग्राम की कीमत 20 लाख रुपए तक है. ये इतना कीमती है कि स्थानीय लोग इसे हिमालयों का सोना भी कहते हैं. हालांकि, क्लाइमेट चेंज की मार से फंगस भी दूर नहीं रहा है. लाखों लोगों की आय पर भी खतरा मंडरा रहा है.
किन बीमारियों में होता है इसका इस्तेमाल?
कैटरपिलर फंगस दवा का काम करता है. इसे चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली दुनिया की सबसे महंगी नेचुरल दवाई माना जाता है. WWF और TRAFFIC की रिपोर्ट के मुताबिक, कैटरपिलर फंगस से अस्थमा, कैंसर और लीवर, किडनी और फेफड़े की बीमारियां ठीक की जा सकती है. इसका इस्तेमाल खासतौर पर मर्दाना कमजोरी ठीक करने में भी होता है. इसी वजह से यह ‘हिमालय की वियाग्रा’ नाम से मशहूर है. चीन, अमरीका, ब्रिटेन, जापान, थाईलैंड और मलेशिया के बाजार में फंगस की काफी मांग है.