Cyber Fraud एक और महिला साइबर ठगी की बनी शिकार …. शहर है दिल्ली और महिला है 61 वर्षीय सरकारी अधिकारी …. लेकिन पैसा कमाने की लालच ऐसी कि बड़े निवेश के चक्कर में बन गयी घोटाले का शिकार। इस काण्ड में महिला अधिकारी के लूट गए 1.2 करोड़ रुपये …. . पढ़े लिखे अफसर जब बन जाये बेवकूफ तो आम लोगों की जागरूकता का अंदाजा आप ही लगा लीजिये … ठगों ने खुद को यूके स्थित एक ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म का प्रतिनिधि बताकर उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया. धोखेबाजों ने हाई रिटर्न का लालच देकर महिला को धीरे-धीरे अपने जाल में फंसाकर उनसे निवेश करवाना शुरू किया. यह घोटाला फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए शुरू हुआ जिसे महिला ने असली समझ लिया था.
जानिए आखिर कैसे अफसर मैडम फंस गयी झांसे में Cyber Fraud
दरअसल, अक्टूबर 2024 में महिला की सोशल मीडिया पर एक अजनबी से बातचीत शुरू हुई. इस व्यक्ति ने खुद को एक सफल इंवेस्टर बताया जो एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म पर व्यापार कर रहा था. उसने महिला को इस प्लेटफॉर्म से जुड़ने के लिए राज़ी कर लिया और दावा किया कि वह पिछले दो वर्षों से बड़े मुनाफे कमा रहा है. बातचीत आगे बढ़ी और फिर व्हाट्सएप पर महिला को निवेश करने के तरीके समझाए गए. ठगों पर भरोसा करते हुए महिला ने इस फर्जी प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कर लिया और अपने पैसों से ऑर्डर पूरे करने लगीं.
56 ऑर्डर पूरे करने के बाद भी पैसे नहीं मिले
महिला ने 78 दिनों के दौरान लगभग 1.28 लाख डॉलर (करीब 1 करोड़ रुपये) के 56 ऑर्डर पूरे किए. प्लेटफॉर्म पर दिखाया गया कि उनका अकाउंट भारी मुनाफे में चल रहा है. लेकिन जब उन्होंने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने नई-नई अड़चनें डालनी शुरू कर दीं. उन्हें बताया गया कि कुछ ऑर्डर समय पर पूरे नहीं किए गए हैं जिससे उनकी क्रेडिट स्कोर खराब हो गई है. इस स्कोर को ठीक करने और पैसे निकालने के लिए 35 लाख रुपये जमा करने की मांग की गई.
कर्ज लेने की आ गई नौबत
महिला को लगा कि अगर उन्होंने यह रकम जमा कर दी तो वह अपनी पूरी राशि वापस निकाल पाएंगी. उन्होंने 35 लाख रुपये जमा कर दिए लेकिन फिर भी निकासी में देरी की गई. इसके बाद उन्हें अतिरिक्त 34.5 लाख रुपये जमा करने को कहा गया ताकि “वॉलेट फंड” निकाला जा सके. अपने पैसे वापस पाने के लिए महिला ने भविष्य निधि (PF) पर कर्ज़ ले लिया और अपनी बचत भी लगा दी. लेकिन रकम जमा करने के बावजूद ठगों ने अलग-अलग बहाने बनाकर निकासी रोक दी. महिला ने कहा, “मेरे पास पैसे जमा करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. जब मैंने पैसे जमा कर दिए, तो मेरा क्रेडिट स्कोर ठीक कर दिया गया और कस्टमर सर्विस टीम ने बताया कि अब मैं अपना पैसा निकाल सकती हूं.”
असली धोखाधड़ी का खुलासा
जब पैसे वापस नहीं मिले तो महिला ने यूके में रह रहे अपने रिश्तेदार से संपर्क किया. वहां पता चला कि यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पूरी तरह से फर्जी था. तब तक महिला अपनी पूरी पूंजी गंवा चुकी थीं. इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और अब मामला साइबर क्राइम विभाग द्वारा जांच में है.
ऐसे स्कैम ने रहें सतर्क
ऑनलाइन निवेश से पहले सतर्क रहें और किसी भी प्लेटफॉर्म पर निवेश करने से पहले उसकी क्रेडिबिलिटी की जांच जरूर करें.
सोशल मीडिया पर अजनबियों से जुड़ने और उनके निवेश सुझावों पर भरोसा करने से बचें.
बड़ी वित्तीय योजनाओं से पहले किसी एक्सपर्ट या जानकार व्यक्ति से सलाह जरूर लें.
अगर कोई प्लेटफॉर्म असामान्य रूप से ज्यादा रिटर्न देने का वादा करे तो सतर्क रहें.
अगर आपको धोखाधड़ी का संदेह हो तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं.