देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट —

Dehradun DM पिता की मौत से संकट में थीं होनहार बेटियां …. दिल में भरोसा और आँखों में उम्मीद लेकर वो पहुँच गयी लोगों की उम्मीद बनकर कभी बेटा तो कभी भाई की ज़िम्मेदारी निभा रहे रहमदिल जिलाधिकारी सविन बंसल के सामने क्योंकि जो सच्ची कहानियां वो मीडिया और लोगों के जरिये सुन रही थी उसने इन बेबस और मायूस लड़कियों के लिए उम्मीद की एक किरण थी जिसको वो हर हाल में आजमा लेना चाहती थी। फिर क्या हुआ जब उनकी भेंट डीएम बंसल से हुयी ये आपको आगे बताते हैं।
2 बहने चित्रा एवं हेतल ने अपनी व्यथा सुनाई थी Dehradun DM

पहले खुश करने वाले फैसले बता देते हैं जो आये डीएम सविन बंसल की कलम और संवेदनशील दिल से और फिर चित्रा कालरा को मिला प्रतिष्ठित संस्थान में स्नातक बी-कॉम आनर्स में तुरंत दाखिला , यही नहीं होनहार चित्रा की पढाई, आवाजाही, किताबों का समस्त व्यय भी जिला प्र्रशासन और संस्थान ने मिलकर उठाने का फैसला किया जिसके बाद स्वर्गीय पिता का लिया ऋण चुकाने में असमर्थ दोनों बहनों चित्रा व हेतल की आँखों में ख़ुशी की चमक मौजूद हर शख्स ने देखी क्योंकि न सिर्फ पढाई बल्कि उनके मकान को बचाने की गुहार भी असर ला चुकी थी।

बीते एक साल में लोगों ने देखा है कि देहरादून जिला प्रशासन की अब कार्यशैली इस कदर बदल गई है कि लोग नाउम्मीदी के अँधेरे से निकल कर एक नई रौशनी पाने लगे हैं। यही तो हुआ है इन बहनों के साथ भी और ऋण माफी से लेकर शिक्षा व रोजगार तक की व्यवस्था जिला प्रशासन ने करके एक बार फिर नजीर साबित की है।
आपको बता दें कि जिलाधिकारी के सामने 2 बहने चित्रा एवं हेतल ने अपनी व्यथा सुनाई थी कि उनके पिता की मृत्यु हो गई है जिससे चित्रा की बी-कॉम की पढाई बाधित हो गई है तथा फीस देने में असमर्थ है, जिस पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने चित्रा को निजी संस्थान में दाखिले के लिए कार्यालय के सारथी वाहन से कालेज भेजा। चित्रा के कालेज की पढाई, किताबों तथा आवाजाही का खर्चा भी जिला प्रशासन व संस्थान द्वारा वहन किया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए।

वहीं चित्रा और हेतल ने डीएम बंसल से गुहार लगाई कि उनके पिता द्वारा बैंक से ऋण लिया था, पिता की तबीयत खराब रहने लगी ऋण ने दे पाने अस्वस्थ होने के कारण उनकी 23 अक्टूबर 2025 को मृत्यु हो गई है। बैंक वाले घर निकालने के लिए दबाव बना रहे है, दोनों बहनों ऋण माफी का जिलाधिकारी से अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने तत्काल उप जिलाधिकारी न्याय एवं एलडीएम से लिए गए ऋण के बीमा के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

जनता जनार्दन को समर्पित एक संवेदनशील डीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन की त्वरित कार्यशैली और एक्शन लेने की नई नीति से जहां आम लोगों को समय से न्याय मिल रहा है वहीं लोग अब अपनी छोटी बड़ी शिकायतों के समाधान के लिए जिलाधिकारी से मिल रहे हैं जिनका समयबद्ध समाधान के साथ ही मॉनिटिरिंग की जा रही है। जिलाधिकारी बंसल खुद इन मामलों की मॉनिटिरिंग की कर रहे हैं और एलएमएस पोर्टल के माध्यम से भी जनहित से जुड़े गंभीर मामलों की मॉनिटिरिंग के साथ ही निस्तारण के सम्बन्ध में जानकारी लेते है जो प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी के लिए किसी बेहतरीन मिसाल से काम नहीं है ।

