वीडियो अब वायरल हो रहा है Devraha Baba Ram Mandir

6 नवंबर 1989 को राजीव गांधी देवरहा बाबा से मिलने और आशीर्वाद लेने पहुंचे थे, इसके बाद दिए एक इंटरव्यू में देवरहा बाबा से सवाल पूछा गया कि विश्व हिन्दू परिषद के लोग और राजीव गांधी भी आपसे मिलने आये थे, राम मंदिर को लेकर कौन गलत कर रहा है और कौन सही ? इस सवाल के जवाब में देवरहा बाबा ने कहा कि राम मंदिर के संबंध में राजीव गांधी का सिद्धांत भी अच्छा है। सबका अच्छा है।
इस पर उनसे पूछा गया कि विश्व हिन्दू परिषद तो मंदिर बनाने जा रहा था लेकिन राजीव गांधी ने उसे रोक दिया ? इस पर बाबा ने कहा कि सुनो, वह रोका नहीं है। कायदे से बन जाएगा। मंदिर बनने में कोई संदेह नहीं है। मंदिर बनने में कोई विघ्न नहीं है। हमारा आशीर्वाद है कोई विघ्न नहीं डालेगा। अब जब राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है तो लगभग 35 साल पहले देवरहा बाबा की भविष्यवाणी अब वायरल हो रही है। देखिए वीडियो
देवरहा बाबा ने कहा था कि देश में फैली अशांति के पीछे का कारण गौहत्या है। भारत की गरीबी दूर करने के लिए गौरक्षा जरूरी है। गौहत्या करने वालों को उपदेश देना चाहिए ताकि वह गौहत्या ना करें। बता दें कि देवरहा बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए कई बड़े नेता उनके पास पहुंचते थे। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, अटल बिहारी बाजपेयी, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ जाकिर हुसैन जैसे दिग्गज नेता देवरहा बाबा से मिलने पहुंचे थे।

श्रीराम के भक्त थे देवरहा बाबादेवरहा बाबा एक सिद्ध महापुरुष और संत थे. वह कितने माने जाने वाले संत थे, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि बड़े-बड़े राजनेता देवरहा बाबा से आशीर्वाद लेने के लिए आते थे. दुनियाभर से लोग उनके पास आते थे. वह भागवान श्रीराम के भक्त थे और श्रीकृष्ण को भी वह राम के समान मानते थे. वह लोगों को कष्टों से मुक्ति के लिए भगवान श्रीराम के ही मंत्र देते थे.उन्हें लेकर कहा जाता है कि वह सैकड़ों साल जिए. हालांकि, वह कितने साल जीवित रहे इसको लेकर अलग-अलग बातें हैं. कुछ लोग कहते हैं कि देवरहा बाबा 900 साल तक जीवित रहे तो कुछ कहते हैं कि वह 250 साल जिए और कुछ लोगों का मानना है कि वह 500 साल तक जीवित रहे. 1990 को यमुना किनारे वृंदावन में उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया था।