Dhami Cabinet reshuffle छोटे से उत्तराखंड में बड़े सियासी फेरबदल का इंतज़ार शायद अब खत्म होने वाला है …. पहाड़ में माहौल ठंडा और सत्ताधारी भाजपा में माहौल गर्म है। ….भले ही पीएम ने सीएम धामी की पीठ थपथपा कर एक सुखद इशारा किया हो लेकिन होली से पहले अंदरखाने विधायकों , मंत्रियों और पार्टी नेताओं के चेहरों के रंग उड़े हुए हैं। मौजूदा पहाड़ – मैदान विवाद , विवादित बयानबाज़ी के बाद जिस तरह से सत्ता और विपक्ष के बीच सियासी बयानबाज़ी और आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है उसके बाद सीएम का यूँ अचानक दिल्ली जाना इशारा करता है की इस बार काफी कुछ तो बदलने वाला होने जा रहा है।
अनेकों सवालों , संभावनाओं आशंकाओं और उम्मीदों भरी नज़र दिल्ली से आने वाली अपडेट पर लगी है। बीजेपी के अंदर खाने ये सुगबुगाहट सबसे तेज़ है की कौन रहेगा कौन जायेगा ? कौन मंत्री की कुर्सी गँवाएगा ? किसके सर सजेगा स्टेट प्रेसिडेंट का ताज ? आज पूरे दिन नेताओं के बीच यही चर्चा दिखाई सुनाई दी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तरकाशी दौरे के बाद सीधे दिल्ली क्यों रवाना हो गए। इसी के साथ उनके इस दौरे को राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल की तैयारियों से जोड़ा जा रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट फिर तेज Dhami Cabinet reshuffle
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राज्य मंत्रिमंडल में रिक्त चार पदों को भरा जा सकता है और कुछ मौजूदा मंत्रियों के विभागों में बदलाव की संभावना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पहले ही संकेत दे चुके हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द हो सकता है। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल कैबिनेट में सिर्फ सात मंत्री हैं। 2022 में सीएम धामी के दोबारा पदभार संभालने के समय तीन पद खाली रखे गए थे, और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद एक और पद रिक्त हो गया। हांलाकि दो तीन मंत्री ऐसे भी हैं जो आश्वस्त और खुश है कि अगर सीएम ने परफॉर्मेंस को कसौटी बनाई तो उन्हें बड़ा पद और पोर्टफोलियो मिल सकता है।
शिक्षा – स्वास्थ्य और पर्यटन मंत्रालय हो सकता है इधर से उधर !
हाल ही में बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का नाम विवादों से जुड़ा, जिससे मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की अटकलें तेज हो गईं। सूत्रों के अनुसार, दो से चार मंत्रियों को बदला जा सकता है, जिससे छह से आठ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। भाजपा से जुड़े सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि सीएम धामी सभी रिक्त पदों को नहीं भरेंगे और कम से कम दो पद फिलहाल खाली रख सकते हैं। साथ ही, कई मंत्रियों के विभागों में बदलाव तय माना जा रहा है। लेकिन युवा मंत्री सौरभ की बात करे तो सूत्र बता रहे हैं कि उनका कद बढ़ाया जा सकता है और बड़ा मंत्रालय देकर उनकी परफॉर्मेंस को सम्मान दिया जा सकता है वहीँ पर्यटन खेल और शिक्षा विभागों को भी इधर उधर किया जा सकता है।
किन जिलों को मिलेगा प्रतिनिधित्व ?
कहा जा रहा है कि मदन की मंत्रिमंडल में वापसी हो सकती है तो वहीँ संगठन का ज़िम्मा पार्टी संगठन को मजबूत करने में माहिर माने जाने वाले डॉ धन सिंह रावत को भी दिया जा सकता है हांलाकि ये कयास भर है क्योंकि भाजपा आलाकमान क्या फैसला लेगी ये तो दिग्गज नेता भी नहीं जानते हैं। अगर यह फेरबदल होता है, तो उन जिलों को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिल सकता है, जो अभी तक वंचित हैं। वर्तमान में मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री इस प्रकार हैं:
पौड़ी गढ़वाल: सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत
.देहरादून: प्रेम चंद अग्रवाल, गणेश जोशी
.टिहरी: सुबोध उनियाल
.अल्मोड़ा: रेखा आर्या
.ऊधम सिंह नगर: सौरभ बहुगुणा
वहीं, हरिद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों से कोई मंत्री नहीं हैं।
हरसिल के दौरे से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली लौटे, तो आनन फानन में मुख्यमंत्री धामी भी दिल्ली पहुँच गए हांलाकि मुख्यमंत्री सूत्रों के मुताबिक इसको केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के रूप में बताया जा रहा है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, इसका असली मकसद मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा करना है। अब देखना यह होगा कि उत्तराखंड मंत्रिमंडल में यह बदलाव कब और किस रूप में सामने आते हैं।