देहरादून से अनीता तिवारी की रिपोर्ट –
Mahant Indresh on TB एक बार फिर प्रदेश के विशेष रोग से पीड़ित मरीज़ों के लिए महंत इंद्रेश अस्पताल ने बड़ा संकल्प लिया है।अगर आप या आपके आसपास कोई टीबी मरीज़ है तो उसके लिए बड़ी राहत की खबर है क्योंकि स्वास्थ्य सेवाओं के ज़रिये सामाजिक दायित्व निभा रहे श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने अब टीबी मरीज़ों की ज़िंदगी बचाने और सुधरने का बीड़ा उठाया है।
Mahant Indresh on TB सोशल वर्क विभाग के फेकल्टी व छात्र-छात्राएं मरीजों से मिलेंगे

- Mahant Indresh on TB आज देहरादून के सीएमओ डाॅ संजय जैन और जिला क्षय अधिकारी डाॅ मनोज वर्मा ने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका और श्री महाराज जी के साथ शिष्टाचार भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने घोषणा की कि 300 टी.बी. मरीजों को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल गोद लेगा। उन टी.बी. मरीजों के उपचार, भोजन व दवा की जिम्मेदारी श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल उठाएगा। सीएमओ देहरादून व जिला क्षय अधिकरी जल्द ही श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को क्षय रोगियों की सूची उपलब्ध करवाकर क्षय रोगियों को गोद लेने की प्रक्रिया को पूर्णं करवाएंगे।

Mahant Indresh on TB सीएमओ व जिला क्षय अधिकारी क्षय रोगियों की सूची उपलब्ध करवाएंगे
- Mahant Indresh on TB आपको बता दें कि भारत सरकार ने वर्ष 2024 तक देश को क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इस मुहिम को राज्य में सफल बनाने के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल व राज्य सरकार मिलकर कार्य करेंगे। राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं व देहरादून में मरीज़ को बेहतर से बेहतर उपचार सुविधाएं देने के लिए दोनों के मध्य विस्तृत चर्चा हुई। सीएमओ देहरादून ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को राज्य सरकार का प्रमुख स्वास्थ्य सहयोगी बताया। सीएमओ डाॅ संजय जैन ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के द्वारा मरीजों की दी जा रही गुणवत्तापरक सेवाओं की सराहना की।
Mahant Indresh on TB SGRR टी.बी. रोगियों के परिवारों सेे मिलकर उनके समग्र स्वास्थ्य पर करेगा काम
- Mahant Indresh on TB चाहे कोरोना काल का समय रहा हो या राज्य में अन्य स्वास्थ्य से सम्बन्धित कोई भी बड़ा विषय सामने आया हो श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की सेवाओं का सहयोग निरंतर मिलता रहा है। इसके लिए उन्होंने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज का अधिकारीयों ने आभार जताया। वहीँ श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के सोशल वर्क विभाग के फेकल्टी व छात्र-छात्राएं ऐसे मरीजों व उनके परिवार वालों से मिलेंगे। उनके रोगियों के घरों की स्थिति, घर का वातावरण पर अध्ययन करेंगे। विश्वविद्यालय का योग विभाग के विशेषज्ञ टी मरीजों को योग व प्रणायाम का प्रशिक्षण देकर टी.बी. से लड़ने की क्षमता बढाएगा।
Mahant Indresh on TB नशे की गिरफ्त में फंसे टी.बी. रोगियों के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल का मनोरोग विभाग विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगा। निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार टी.बी. मरीजों को 6 माह या निर्धारित समयांतराल तक नियमित दवा लेनी होती है, दवा छोड़ने पर मेडिकल ड्रग रैसिस्टेंट (एमडीआर) की स्थिति पैदा हो जाती है। इस अवस्था में टी.बी. मरीज़ को 6 माह से बढ़ाकर डेढ़ साल तक टी.बी. उपचार का कोर्स लेना पड़ सकता है। एसजीआरआर विश्वविद्यालय की टीम रोगियों को जागरूक करेगी की वे दवा का कार्से बीच में कतई न छोड़ें। वे अपने व अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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