बांग्लादेश के गारमेंट कारोबार Readymade in Bangladesh

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में दो अलग-अलग दुनिया हैं. एक दुनिया साफसुथरी सड़कों के दोनों तरफ ऊंची चाहरदीवारी के पीछे आलीशान बंगलों में रहने वाले लोगों की है. इनमें सभी सुख सुविधाओं का उपभोग करने वाले लोग रहते हैं. वहीं, दूसरी दुनिया 4,000 से ज्यादा रेडिमेड गारमेंट फैक्ट्रियों के इर्दगिर्द लगातार फैलती झुग्गी झोपड़ियों में बसने वाले लाखों श्रमिकों और छोटे कारीगरों का आशियाना है. ढाका 40 लाख से ज्यादा श्रमिकों और छोटे कारीगरों का शहर है. इस शहर में हर दिन मजदूरों की तादाद में हजारों नए श्रमिक जुड़ जाते हैं. बता दें कि ढाका दुनिया में सबसे कम मजदूरी देने वाला शहर है.

हर दिन कितनी टी-शर्ट्स होती हैं तैयार
बांग्लादेश में दुनिया के बड़े से बड़े रेडिमेड ब्रांड के गारमेंट्स तैयार होते हैं. जेर्मी सीब्रूक की किताब ‘द सॉन्ग ऑफ शर्ट’ में इसके बारे में विस्तार से लिखा गया है. एक जमाने में बाढ़ और तूफान से हर साल तकलीफें झेलने वाला छोटा सा देश अब चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेडिमेड गारमेंट्स निर्यातक है. यहां बनने वाली टी-शर्ट्स, स्वेटर, ट्राउजर, मेंस और वीमेंस शर्ट्स की सप्लाई दुनिया के हर कोने में होती है. यहां के 5,500 से ज्यादा कारखानों में हर 1.25 लाख टी-शर्ट्स बनती हैं. ये कारखाने ढाका, चटगांव और आसपास के इलाकों में फैले हैं.

ज्यादातर ब्रांड यहां कराते हैं आउटसोर्सिंग
दुनिया के ज्यादातर बड़े गारमेंट ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट्स की आउटसोर्सिंग बांग्लादेश से ही कराते हैं. दरअसल, बांग्लादेश में दुनिया का सबसे सस्ता श्रम है. इससे ब्रांड्स की लागत काफी घट जाती है. यही नहीं, इनके काम में काफी फिनिशिंग है. फिर भी विदेश में हजारों रुपये में बिकने वाले इन गारमेंट्स को बनाने वाले बांग्लादेशी कारीगरों और श्रमिकों को एक शर्ट बनाने के लिए 10 रुपये भी नहीं मिलत पाते हैं. यूरोप के सबसे बड़े रेडीमेड रिटेलर हैंस एंड मौरिट्ज यानी एचएंडएम का आधा काम बांग्लादेश में ही होता है. दुनिया के सबसे बड़े रिटेल ब्रांड वॉलमार्ट, ब्रिटेन के प्राइमर्क, इटली के राल्फ लौरेन बांग्लोदश को दिए जाने वाले आर्डर को लगातार बढा रहे हैं.