Special Story By : Ashish Tiwari
इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश में Satpal Maharaj के लाखों अनुयायी है। इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि महाराज भारतीय जनता पार्टी में पीएम मोदी के करीबी हैं , संघ प्रमुख मोहन भागवत का उन्हें आशीर्वाद प्राप्त है।

Satpal Maharaj महाराज की विजयवर्गीय और प्रह्लाद जोशी से मुलाकात से सुगबुगाहट तेज़
यही वजह है कि जब बीते दिनों पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया तो उसके पहले Satpal Maharaj के नाम पर सबसे ज्यादा हवा बहती नज़र आ रही थी।

दरअसल कैबिनेट मंत्री Satpal Maharaj सतपाल महाराज का कद मंत्री के पद से कहीं अधिक है लेकिन समीकरण और हालात को देखते हुए फिलहाल महाराज वेट एंड वाच की स्थिति में चले गए थे लेकिन अब नया चुनाव था , नए परिणाम है और नए मुख्यमंत्री का चयन होना है। ऐसे में अनुभवी महाराज सबसे प्रबल दावेदार साबित हो रहे हैं। इसी लिए अब ये सियासी कयास की हवा फिर तेज़ हो रही है कि चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र से प्रचण्ड विजय हासिल करने के बाद प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय से शिष्टाचार भेंट यूँ ही नहीं की होगी।

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री Satpal Maharaj ने शुक्रवार को प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय से शिष्टाचार भेंट कर उन्हें उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत पर शुभकामनाएं दी। उन्होने भाजपा के चुनावी प्रबंधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां की प्रशंसा करते हुए कहा कि भाजपा ने प्रदेश के विकास के साथ साथ सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा। महाराज ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश को संस्कार भूमि बनाने के साथ साथ सभी विकास कार्यों को तेजी के साथ पूरा करेगी। उन्होने कहा कि देश एवं प्रदेश की सम्मानित जनता यह भली-भाँति जानती है कि “करेगी तो सिर्फ भाजपा ही”।

इसीलिए जनता ने पुनः भाजपा को प्रदेश में सत्ता की बागडोर सौंपी है। भाजपा सरकार की कार्य संस्कृति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद विरोधी दलों का सुफड़ा साफ हो गया है। लगातार प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार की योजनाओं पर तारीफ भरे बयान देने वाले Satpal Maharaj की नज़र अब प्रदेश के शीर्ष पद पर है तो इसे हैरानी या महत्वकांक्षा के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए , क्योंकि इस वक़्त भाजपा खेमे में सतपाल महाराज ही सबसे प्रबल , मजबूत और भरोसेमंद दावेदार दिखाई दे रहे हैं।
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