देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट –
Sem Mukhem Mandir : सेम मुखेम नागराज के मंदिर में विह्वल और कातर हो नाचते अपने प्रदेश के एक दरोगा जी का वीडियो मैंने पोस्ट किया, तो अनेक तरह की टीपें आयीं.कुछ ने इसे एक वर्दी धारी द्वारा नियत आचरण का उल्लंघन बताया, तो कुछ ने लोक आस्था की स्वाभाविक अभिव्यक्ति माना. दैव योग वश मैं दोनों स्थापनाओं का समर्थन करता हूं. – राजीव नयन बहुगुणा
Sem Mukhem Mandir देश के जानेमाने पत्रकार है राजीव नयन

Sem Mukhem Mandir Vip दर्शन कराने वाले, अमीर ग़रीब में भेद करने वाले तथा दंगा कराने वाले बड़े देवताओं तथा ईश्वरों का विरोधी होने के बावज़ूद मैं लोक देवताओं में आस्था रखता हूं.
Sem Mukhem Mandir ये लोक देवता दूर दराज़ के क्षेत्रों में ग्रामीण जनों को अवलम्बन देते हैं, जहां न सड़क पहुंचती है, न विधायक.इनके नृत्य तथा आख्यान हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी हैं.मैं स्वयं अवसर मिलने पर लोक देवता की डोली नचाने से नहीं चूकता.मैं ऐसे देवताओं के सम्मुख नाचने और उन्हें नचाने का प्रबल पक्ष धर हूं, जब तक मंत्री प्रसाद नैथानी पेयजल मंत्री के रूप में जून के महीने जनता को प्यासा छोड़ डोली न नचाने लग जाएँ. क्योंकि वाटर सप्लाई मंत्री की ड्यूटी है, न कि देवता की.

Sem Mukhem Mandir कोई चालीस साल पहले मेरे लिए अपने गाँव के लोक देवता के निशाण को छूना वर्जित था, क्योंकि हमारे घर डोम, बीट सब साथ रहते खाते थे.बाद में मेरे गाँव की नई पीढ़ी के युवको ने इस वर्जना को तोड़ा, और पस्वा के मना करने के बावजूद जबरन मेरे हाथ में देवता का ध्वज थमा दिया.मेरे लिए वह दिन सोने का, और रात चांदी की थी. इस प्रकरण में मुझे दो बातें अवश्य कहनी हैं.
प्रथम कि दरोगा जी ड्यूटी के वक़्त वर्दी पहन कर न नाचें.उनकी लोक निष्ठा का सम्मान है. लेकिन यह काम वह छुट्टी लेकर और सिविल कपड़े पहन कर करें.एक विश्वासनीय पत्रकार Sanjeev Kandwal ने टीप की है कि दरोगा जी को वह व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, और वह एक ईमानदार कर्मी हैं. संजीव जी की स्थापना पर संदेह नहीं किया जा सकता.जब दरोगा जी बगैर वर्दी के नाचेंगे, तो मैं भी उनका साथ देने को उद्यत हूं.
Sem Mukhem Mandir दूसरी बात. लोक देवताओं को छुआ छूत मुक्त किया जाये.उनके दरस परस का हक सबको मिले. जैसा मुझे मिला.रजनीश भक्तों वास्ते आज का सबक यही है.इसका अनुशीलन करें.तब रजनीश को भगवान की बजाय एक लेखक मात्र मानना शुरू कर दोगे, और मेरा आशीर्वाद पाओगे.
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