देहरादून से अनीता तिवारी का श्रद्धांजलि लेख –
Susheela Baluni Death उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी और महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी का निधन हो गया है। राज्य आंदोलनकारियों ने इस दुखद क्षति पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। आपको बता दें कि उत्तराखंड की जनभावनाओं के प्रति दिवंगत सुशीला दीदी की आस्था, आपकी आवाज, आपका प्रेम अभूतपूर्व था, जिसकी कमी हमेशा हमेशा महसूस होती रहेगी। उन्होंने हमेशा राज्य हित और पहाड़ के विकास के लिए सतत प्रयत्नशील रहती थी। विधानसभा हो या सचिवालय अक्सर सुशीला बलूनी किसी न किसी मुद्दे पर आवाज़ उठाती नज़र आ जाती थीं। सीनियर लीडर , पत्रकार , राज्य आंदोलनकारियों और सरकार सबने उनके निधन को एक निजी क्षति जैसा बताया है।
Susheela Baluni Death मुख्यमंत्री ने जताया शोक

Susheela Baluni Death शाम छह बजे घर पर अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें इलाज के लिए मैक्स अस्पताल ले गए थे। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी पिछले तीन साल से अस्वस्थ चल रही थीं। परिजनों के मुताबिक पिछले साल जुलाई में उन्हें हार्ट संबंधी समस्या के चलते स्टंट डला था। बलूनी के तीन पुत्र विनय बलूनी, संजय बलूनी और विजय बलूनी और एक बेटी शशि बहुगुणा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल और वरिष्ठ राज्य आंदोलकारी रविंद्र जुगरान सहित कई गणमान्य लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
सुशीला बलूनी ने अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक यात्रा में एक बेहतरीन पारी खेली है। एडवोकेट सुशीला बलूनी 1980 के समय से हेमवती नंदन बहुगुणा के पौड़ी गढ़वाल लोक सभा चुनाव से राजनीति में सक्रिय रहीं और बहुगुणा के प्रबल समर्थकों में से थीं। वह उत्तराखंड क्रांति दल में भी लम्बे समय तक रहीं। उनकी उत्तराखंड पृथक राज्य निर्माण आंदोलन में अहम भूमिका रही। उन्होंने देहरादून मेयर का चुनाव भी लड़ा और त्रिकोणीय संघर्ष में बहुत अच्छे वोट हासिल किए, लेकिन चुनाव नहीं जीत पाईं। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गई थीं। वह उत्तराखंड आंदोलनकारी सम्मान परिषद की अध्यक्ष और उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष भी रहीं। उनकी छवि एक जुझारू, संघर्षशील और ईमानदार महिला नेत्री के रूप में रही। उन्हें उत्तराखंड में ताईजी के रूप में भी जाना जाता रहा है।

Susheela Baluni Death मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना की है। सीएम ने कहा, पृथक उत्तराखंड के निर्माण में सुशीला बलूनी के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा, राज्य आंदोलन में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि वह राज्य आंदोलन की सशक्त पक्षकार थीं, जो पृथक राज्य आंदोलन के दौरान कई बार जेल गईं।
Latest News Pakistan Crises https://shininguttarakhandnews.com/imran-khan-arrest-video/