Uttarakhand CM Oath Ceremony एक शपथ …. एक शख़्श , अनेक वीवीआईपी और अनगिनत बजती तालियां ….. दोपहर की कड़ी धूप में जब देहरादून के परेड ग्राउंड से पुष्कर सिंह धामी ने अपनी शपथ पढ़ी तो उनके आत्मविश्वास को देखकर खुद पीएम मोदी भी गदगद नज़र आये।
Uttarakhand CM Oath Ceremony आरएसएस की सीढ़ियां चढ़कर सियासत की शुरुआत की –
- 23 मार्च का दिन , एक आलीशान जलसे में Uttarakhand CM Oath Ceremony भारतीय जनता पार्टी ने देश को ये भी बता दिया कि अपना चुनाव हार कर भी पार्टी की मुश्किल जीत को आसान बनाने वाले को भी ताज मिल सकता है।

- पुष्कर सिंह धामी …. Uttarakhand CM Oath Ceremony छह महीने पहले जब उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी तब किसे मालूम था कि वे उत्तराखंड में डूबती हुई भाजपा की नैया को कड़े मुकाबले के बाद वो इस तरह से पार लगा देंगे कि धुरंधर दावेदार चित्त हो जायेंगे और कमान के हक़दार एक बार फिर धामी ही हो जायेंगे। ये अलग बात है कि मुख्यमंत्री धामी के सुर्ख़ियों में आने से पहले राजनीति में यह कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा 2022 में 15 से 20 सीटों पर सिमट जाएगी।

- देवभूमि में नयी सरकार के नेता यानी 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर धामी के नाम का ऐलान बीते सोमवार को किया गया, तो धामी की सियासी पैठ को लेकर पूरे उत्तराखंड में चर्चाएं शुरू हो गईं थी …. अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा (Khatima Constituency) से चुनाव हार कर भी दूसरी बार सीएम बने 46 वर्षीय धामी उत्तराखंड की राजनीति (Uttarakhand Politics) में तेज़ी से उभरने वाला नाम रहे हैं…. Uttarakhand CM Oath Ceremony बीती 4 जुलाई को सत्ता की कमान कुछ महीनों के लिए सम्हालने वाले धामी आज पूरे पांच साल के लिए नयी भाजपा सरकार (BJP Government) की कमान संभाल चुके हैं।
-
Uttarakhand CM Oath Ceremony .
- सियासत के जानकार बताते हैं कि धामी एक तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अच्छी ट्यूनिंग रखते हैं, तो युवा कार्यकर्ताओं के साथ भी उनके संबंध गहरे हैं… Uttarakhand CM Oath Ceremony भले ही खटीमा से धामी चुनाव हारे हों, लेकिन भाजपा ने यह माना है कि सरकार के खिलाफ एक लहर यानी एंटी इनकम्बेंसी (Anti Incumbency) के बावजूद धामी ने जिस तरह चुनाव में नेतृत्व किया, उसकी वजह से भाजपा दो तिहाई बहुमत (BJP Gets Majority) के साथ उत्तराखंड में एक बार फिर सत्ता में लौट पाई है। आखिर कैसा रहा है धाकड़ धामी का सियासी उड़ान वो भी समझ लीजिये –
- पिथौरागढ़ ज़िले में सितंबर 1975 में जन्मे पुष्कर धामी मूलत: ठाकुर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं…. Uttarakhand CM Oath Ceremony सियासत में उनकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के ज़माने से छात्र राजनीति से हुई थी…. करीब 33 साल पहले से धामी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़े रहे हैं…. धामी ने अखंड उत्तर प्रदेश के समय में अवध प्रांत क्षेत्र में एबीवीपी सदस्य के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और इस क्षेत्र में वह करीब एक दशक तक सक्रिय रहे थे….

Uttarakhand CM Oath Ceremony कार्यकर्ता से विधायक तक ऐसे पहुंचे धामी
- बड़े लक्ष्य को साधने में माहिर धामी 2002 से 2008 के बीच भाजपा के उत्तराखंड युवा मोर्चा के लिए शानदार काम किया…. यह वो दौर था जब पहाड़ के खांटी भाजपाई नेता भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने और धामी की किस्मत ने करवट ली …. 2001-02 में सीएम रहे कोश्यारी के लिए धामी स्पेशल ड्यूटी अफसर के तौर पर एक कुशल प्रबंधक , और रणनीतिकार के तौर पर ब्यूरोक्रेसी और पार्टी के अंदर छाप छोड़ रहे थे। .. फिर वो दौर आया जब विधान सभा की सीढ़ियां इस करिश्माई नेता का स्वागत करती है और 2012 में पहली बार वो खटीमा से विधायक चुने जाते हैं …. इसी सीट से उन्होंने 2017 में भी चुनाव जीता….

Uttarakhand CM Oath Ceremony अनेक मिथक तोड़ कर धामी दोबारा बने मुख्यमंत्री –
- पहाड़ में कभी कोई पार्टी लगातार दो बार रिपीट नहीं हुयी थी , लेकिन धामी ने मिथक तोड़ा , जिस मुख्यमंत्री आवास को अपशगुन मान कर कई सीएम फिर नहीं लौटे वो भ्रम भी धामी ने तोड़ा और मुख्यमंत्री आवास लौटे हैं। अपनी सीट हार कर भी आलाकमान की पसंद बनने वाले पुष्कर सिंह धामी खंडूरी के बाद दूसरे मुख्यमंत्री हैं जो
Uttarakhand CM Oath Ceremony सत्ता के शीर्ष पर काबिज़ हुए हैं।
पढ़िए हार कर जीतने वाले एक मुख्यमंत्री की रोचक कहानी https://shininguttarakhandnews.com/new-cm-uttarakhand-dhami/