Uttarakhand आंदोलनकारियों को सम्मानित करेगी समिति – पीके अग्रवाल

Uttarakhand में पर्वतीय और मैदानी मूल से जुड़े नागरिक मिलजुल कर आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ देवभूमि की उन्नति और समृद्धि की नींव मजबूत बना रहे हैं..सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक और वैचारिक क्षेत्रों में अपनी मजबूत भागीदारी निभा रहे लोगों को जोड़ने के लिए पर्वतीय मैदानी एकता समिति एक मंच प्रदान करने जा रही है जहां हम सब मिलकर अपनी लोक संस्कृति, त्योहार, खुशियां और उपलब्धियों को साझा कर सामाजिक ताने बाने को सशक्त बनाएंगे…ये कहना है पर्वतीय मैदानी एकता समिति के अध्यक्ष पीके अग्रवाल का जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्धजनों के साथ विचार विमर्श करने हरिद्वार के दौरे पर पहुंचे थे….

पर्वतीय मैदानी एकता समिति की हरिद्वार में प्रबुद्ध जनों संग बैठक Uttarakhand

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बैठक की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखंड के लोग आज देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में रहते हैं जो अपने प्रदेश की मिटटी से मजबूती से जुड़े हैं। देवभूमि में हमेशा से ही हमारे पर्वतीय मूल के लोगों की संस्कृति , लोक पर्व , सामिजिक और राजनैतिक चेतना में मैदानी मूल के लोगों के तीज त्योहारों और संस्कृति का अद्भुत संगम रहा है। यही वजह है कि राज्य आंदोलन से लेकर बीते पच्चीस सालों से हमारा प्रदेश उन्नति और चहुमुखी विकास की ओर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इस भाईचारे और आपसी रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए ही पर्वतीय मैदानी एकता समिति ने एक ऐसा मंच बनाया है जहाँ पर्वतीय मैदानी मूल के लोगों के बीच सम्मान से समानता , सामाजिक कार्य , व्यावसायिक और आर्थिक सशक्तिकरण के साथ साथ वैचारिक कार्यक्रमों के आयोजन के माध्यमों से उत्तराखंड की उन्नति के लिए सामूहिक प्रयास किये जाएंगे।

समिति हरिद्वार में आयोजित करेगी छठ लोकपर्व पर बड़ा आयोजन – किरण सिंह
उत्तराखंड के निर्माण में सभी समाज , धर्म और वर्ग का योगदान – डॉ राजेंद्र पाराशर


हरिद्वार में सामाजिक , राजनैतिक और प्रबुद्ध समाज से जुड़े लोग बड़ी संख्या में समिति की इस बैठक में शामिल हुए और अपनी राय और सुझाव समिति के सामने रखे , जिस पर सामूहिक चर्चा की गयी। समिति की वरिष्ठ सदस्य और हरिद्वार में लम्बे समय से सामाजिक कार्यों से जुडी किरण सिंह ने कहा कि आज प्रदेश जिस तरह से आपदा की चुनौतियों से जूझ रहा है उसमें समिति ने अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाते हुए राहत कोष के लिए अभियान चलाया और पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किया है।

अब अगली कड़ी में आने वाली छठ लोकपर्व पर हरिद्वार में एक बड़ा आयोजन किया जायेगा जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री को आमंत्रित कर पर्वतीय और मैदानी मूल के विशिष्ट विभूतियों को सम्मानित करते हुए समिति के उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी जाएगी। इस बैठक में हरिद्वार के प्रतिष्ठित डॉक्टर राजेंद्र पराशर , अखाडा परिषद् से जुड़े संत समाज के वरिष्ठ महंत शुभम गिरी महाराज , ब्राह्मण महासभा की उपाध्यक्ष अरुणा शर्मा और काशीपुर से आई वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बीना जी भी अपने विचार रखते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

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