Story By – Anita Tiwari , Dehradun –
Uttarakhand Tourism उत्तराखंड की आर्थिकी और सामाजिक तानेबाने की धुरी है विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा … देश विदेश के सैलानियों की आमद से राजस्व और रोज़गार की जो उम्मीद देवभूमि लगा रहा है , उस पर अब कोरोना की चौथी लहर का कहर मंडराता दिख रहा है। बीते दो साल से पटरी से उत्तर चुकी पर्यटन व्यवसाय को इस बार उम्मीद है कि यात्रा और पर्यटन सीजन से मुनाफा होगा और गाडी चल पड़ेगी लेकिन क्या ऐसा होगा ये अब बड़ा सवाल बनता जा रहा है।

Uttarakhand Tourism उत्तराखंड में ढील के बाद मास्क न सामाजिक दूरी
- Uttarakhand Tourism प्रदेश सरकार खुद मान रही है कि इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ सकते हैं। बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सरकार के सामने सिर्फ व्यवस्थाएं जुटाने की चुनौती नहीं रह गई है। अब कोरोना की चौथी लहर की संभावनाओं से सरकार के सामने दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है।

- Uttarakhand Tourism देश में कोविड की चौथी लहर की संभावना को लेकर प्रदेश सरकार भी चिंतित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार प्राथमिकता के आधार पर कोरोना से बचाव के काम करेगी। इस संबंध में उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों से चर्चा भी की।
- Uttarakhand Tourism बीते कुछ दिनों में जिस तरह से यूपी और नई दिल्ली में कोरोना के मामलों में आ रही है उस तेजी से अब उत्तराखंड सरकार भी चिंतित नज़र आ रही है। बढ़ती गर्मी के साथ पड़ोसी राज्यों से बड़ी तादाद में पर्यटक उत्तराखंड आ रहे हैं। प्रदेश सरकार खुद मान रही है कि इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ सकते हैं। बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सरकार के सामने सिर्फ व्यवस्थाएं जुटाने की चुनौती नहीं रह गई है। अब कोरोना की चौथी लहर की संभावनाओं से सरकार के सामने दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है।

- Uttarakhand Tourismकोविड मामलों के विश्लेषक समाज सेवी अनूप नौटियाल के मुताबिक, हालांकि उत्तराखंड में कोरोना मामले अभी कम हैं, लेकिन बढ़ती संक्रमण दर में चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को कोविड का एक मामला आया था। 17 अप्रैल को आठ, 18 को नौ और 19 अप्रैल को 12 मामले कोविड के आएं हैं। अब हमें सावधान रहने की आवश्यकता है।

- Uttarakhand Tourismकोविड के मामले बहुत कम होने के बाद राज्य सरकार ने कोविड गाइडलाइन में पूरी तरह से ढील दे दी। ढील के बाद राज्य के भीतर और बाहर से आने वाले लोग मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं कोविड के कारण राज्य में पर्यटन कारोबार लगभग पूरी तरह से चौपट रहा। तीसरी लहर के थमने के बाद राज्य सरकार और राज्य के पर्यटन कारोबारियों और इस चारधाम यात्रा पर आश्रित व्यवसायियों ने राहत की सांस ली। लेकिन चौथी लहर की संभावना से वे भी चिंता में हैं।

- Uttarakhand Tourism वहीँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस ताज़ा हालात से वाकिफ है और थोड़ा चिंता भी दिखाई दे रही है। वो कहते हैं कि कोरोना को लेकर चिंता है। सरकार कोरोना से बचाव के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम करेगी। लेकिन क्या दिल्ली , पंजाब , हरियाणा और तमाम राज्यों से आने वाले सैलानियों से राज्य को संभावित खतरे से बचाया जा सकेगा ? सरकार और विभागो के लिए आने वाले दिनों में ये बहुत बड़ी चुनौती होगी।
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