देहरादून से अनीता तिवारी की रिपोर्ट –

Modi Dhami meeting सीएम धामी के दिल्ली दौरे से हर बार कैबिनेट विस्तार के प्रयास लगाए जाते हैं लिहाज़ा एक बार फिर मीडिया में यह खबरें सुर्खियां बनी की क्या जल्द ही कैबिनेट विस्तार होगा ? लेकिन हमारे सूत्र बताते हैं कि फिलहाल पीएम मोदी और सीएम धामी की मुलाकात में कैबिनेट विस्तार की कोई चर्चा नहीं हुई है। क्योंकि अभी धामी के एजेंट में इन्वेस्टर्स समिट को कामयाब बनाने के लिए इन्वेस्टर्स को एक बेहतरीन और ग्रैंड वेलकम देना है । जिससे राज्य की इकॉनमी और एम्प्लॉयमेंट को बढ़ाया जा सके। सीएम धामी फिलहाल दायित्व धारी और विधायकों को मंत्री बनाने की जटिल प्रक्रिया से खुद को बचाते हुए पूरा फोकस प्रदेश के अन्य मुद्दों पर रखना चाहते हैं। लिहाजा भाजपा के बड़े नेता कहते हैं कि कैबिनेट विस्तार की लिस्ट भी तैयार है , चेहरे भी तय कर लिए गए हैं लेकिन समय अभी थोड़ा दूर है।
धामी का फोकस फिलहाल समिट पर Modi Dhami meeting

हालांकि दिल्ली देहरादून के बड़े नेता यह भी कह रहे हैं कि कई विधायक ऐसे हैं जिन्हें लोकसभा लडाने के लिए भी गुंजाइश तलाशी जा रही है और उनका मन भी टटोल जा रहा है। वहीं भाजपा मौजूदा मंत्रियों में से दो या 3 बड़े चेहरों को लोकसभा में उतारना चाहती है । ऐसा हुआ तो अल्मोड़ा और हरिद्वार बेहद अहम भूमिका निभाएंगे जहां पार्टी के पास बड़े और मजबूत स्थानीय चेहरे है। हालांकि बदलाव टिहरी लोकसभा में भी तय माना जा रहा है।

ऐसे में एक बार फिर जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें देहरादून में 8 व 9 दिसम्बर को आयोजित हो रहे वैश्विक निवेश सम्मेलन के उद्घाटन हेतु आमंत्रित किया तो कयास कैबिनेट विस्तार और 2 बड़े मंत्रियों के पत्ते काटने से जोड़कर मीडिया की मंडी में कानाफूसी की जाने लगी।

हांलाकि इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य से जुडे विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से जमरानी बांध परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर 1730.21 करोड की स्वीकृति के लिये आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने सौंग बांध पेयजल परियोजना को पूंजीगत व्यय हेतु वित्तीय सहायता के रूप में रू0 2460 करोड की स्वीकृति तथा जौलीग्रान्ट हवाई अड्डे के उच्चीकरण हेतु विशेष वित्तीय सहायता के रूप में रू0 3000 करोड की वित्तीय सहायता का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर, हरिद्वार में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान स्थापित करने, न्यूजीलैण्ड के सहयोग से चल रहे कीवी फिजिविलटी स्टडी में उत्तराखण्ड को सम्मिलित करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने मानसखण्ड मन्दिर माला परियोजना के विकास तथा पिथौरागढ़ के लिये सुगम यात्रा हेतु 508 किमी. सड़क के लिये 20 डीपीआर की मंजूरी के साथ रू0 1000 करोड की स्वीकृति तथा 03 राज्य मार्गों काठगोदाम-भीमताल ध्यानचुली- खेतीखान-लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग, ’मोहान-भतरोंजखान-भिकियासैंण-देघाट-बुंगीधर नागचुलाखाल- मेहलचौरी मोटर मार्ग, ’खैरना-रानीखेत-भतरोंजखान मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कुमाऊ में जोलिंगकोंग-बेदांग 05 कि०मी०, सिपू-टोला 22 कि०मी० एवं मिलम लाप्थल 30 कि०मी० की तीन सुरंग परियोजनाओं की स्वीकृति के साथ टनकपुर-बागेश्वर रेल योजना को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में पूर्ण वित्तपोषण हेतु रू0-44,140 करोड की वित्तीय स्वीकृति का अनुरोध किया। उन्होंने नैनी-सैनी हवाई अड्डे से फिक्स्ड विंग वायुयान के संचालन, पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार के लिये एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को त्वरित कार्यवाही करने तथा कुमाऊ क्षेत्र में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र की स्थापना का प्रधानमंत्री से अनुरोध किया।