Avalanche Rescue : टूथपेस्ट खाकर बर्फ में बंदा जिंदा रहा

Avalanche Rescue उत्तराखंड के बर्फीले पहाड़ों में हिमस्खलन और हिमपात के बाद आपदा की तस्वीरें देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वहां इंसान फंस जाए तो मौत से पहले का समय कितना भयानक और दर्दनाक हो सकता है। खाना पानी तो छोड़िये सांस लेना भी दूभर हो जाता है लेकिन इस मुश्किल हालात में साथ देता है तो इंसान का हौसला और सूझबूझ ऎसी ही एक सच्ची घटना आपको भी प्रेरणा देगी तो आइये आपको बताते हैं ये रोचक खबर

बर्फीले पहाड़ों में भटक गया युवक , बताई आपबीती Avalanche Rescue


ये आपबीती यूँ तो चीन से एक हाइकर की है लेकिन सबक पहाड़ी राज्यों मे रहने वालों और ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी ख़ास है। इस खबर में युवक जिसमें चीन की बर्फिली पहाड़ियों में खो जाता है. हालांकि जिस तरीके से वहां वो अपनी जान बचाता है वो वाकई काबिले-ए-तारीफ है और उसकी हिम्मत को देखकर हर कोई हैरान नजर आ रहा है.हाईकिंग एक केवल एक खेल नहीं है बल्कि एक तरह का शौक है, जिसे हर उम्र के लोग रखते हैं. हालांकि कई बार इसको लेकर ऐसी घटनाएं देखी जाती है. जिसकी किसी ने कभी उम्मीद भी नहीं की हो! इसी तरह की एक घटना इन दिनों लोगों के बीच चर्चा में आई है. जहां एक बंदा पहाड़ों पर इस तरीके से फंसा की बात उसकी जान तक पा आ गई. हालांकि यहां उसकी किस्मत साथ दे गई और उसने अपनी सूझ-बूझ से अपनी जान को बचा लिया. ये कहानी जब दुनिया के सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया.


ये हैरान करने वाला मामला चीन से सामने आया है. यहां एक सन नाम का 18 साल का लड़का चीन के ठंडे नॉर्थ-ईस्ट पहाड़ी इलाके में हाइकिंग के लिए चला गया और अचानक फिर कुछ ऐसा हुआ कि वो गायब हो गायब हो गया. जिसके बाद उसने अपने जीवन बचाने के लिए लियांग नदी के पानी का सहारा और अपने पास रखे टूथपेस्ट के सहारे अपने जीवन को बचा लिया!

सन कैसे खोया पहाड़ों में?

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक 8 फरवरी को अकेले हाइकिंग पर निकल जाता है. जिसकी शुरुआत वो, क्विनलिंग से करता है, जो शानक्सी प्रांत में एक प्रमुख ईस्ट-वेस्ट माउंटेन रेंज है. अगर इस पहाड़ की औसतन ऊंचाई की बात की जाए तो ये ढाई हजार मीटर ऊंचा हैं. जो दुनिया में अपनी वाइल्डलाइउ और ऊंचे-ऊंचे पेड़ों के लिए जाना जाता है. अब होता कुछ यूं है कि सन जब यहां के सफर पर चलता है तो उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की बैटरी खत्म हो जाती है, जिसके चलते वह अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं कर पाता और उसके परिवारवाले मान लेते हैं कि वो खो गया है.

कैसे हुई उसकी खोज ?

हालांकि ऐसा होता कुछ नहीं है, सन ने अपने इंटरव्यू में बताया कि हाइकिंग के दौरान वह एक खाड़ी के किनारे की ओर चलते हुए, कई बार गिरता है और इससे मेरे दाहिने हाथ की हड्डी फ्रैक्चर हो जाती है. इस हालत में खुद को बचाने के लिए वो एक बड़ी चट्टान के पीछे रुकने का फैसला करता है और अपने लिए सूखे भूसे और पत्तियों की मदद से बिस्तर तैयार करता है. इसकी खबर मेरी फैमली को नहीं थी, जिस कारण उन्हें काफी ज्यादा टेंशन होने लगी. जिसके बाद मेरे परिवार ने स्थानीय सर्च और रेस्क्यू टीम से संपर्क कर, अपने बेटे को बचाने की अपील की, जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने सन को 17 फरवरी को ढूंढ निकाला और उसे सफलतापूर्वक बचा लिया गया और उसके बाद मैं अपने परिवार से वापस मिल पाया.

ShiningUttarakhandNews

We are in the field of Electronic Media from more than 20 years. In this long journey we worked for some news papers , News Channels , Film and Tv Commercial as a contant writer , Field Reporter and Editorial Section.Now it's our New venture of News and Informative Reporting with positive aproch specially dedicated to Devbhumi Uttarakhand and it's glorious Culture , Traditions and unseen pictures of Valley..So plz support us and give ur valuable suggestions and information for impressive stories here.