DM Savin Bansal डीएम सविन बंसल ने रायफल से निकाला “रास्ता”

देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट –

DM Savin Bansal  उत्तराखंड में जिस जिलाधिकारी सविन बंसल की कार्यशैली की जमकर सराहना जनता में हो रही है वो ब्यूरोक्रेसी के लिए एक प्रेरणा भी कही जा रही है। जनता के लिए , जनता के साथ जनहित में फैसले लेने में डीएम बंसल का ये दबंग अंदाज़ फरियादियों के आंसू भी पोछ रहा है और लापरवाह अफसरों को सीधा भी कर रहा है। अब बात उस फंड के पुनर्जन्म की करते हैं जिसके सहायता से कई बेबसों के आंसू पोछे जा सके हैं। क्या है रायफल फंड जिसकों 10 साल बाद डीएम सविन बंसल ने ज़िंदा किया है आपको इस खबर में बताते हैं।

10 साल बाद रायफल क्लब बना उम्मीद – सविन बंसल , डीएम DM Savin Bansal 

DM Savin Bansal
ये तो आप जानते ही है की देहरादून की कमान सम्हालते ही डीएम सविन बंसल असहाय, अक्षम और निर्धन लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। गरीब और जरूरतमंदों को सरकार की योजनाओं के साथ ही जिले स्तर पर उपलब्ध संशाधनों से आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी विशेष जरूरतों को पूरा करने में जुटे है।  इसी कड़ी में प्रदेश में पहली बार, रायफल क्लब फंड का सदुपयोग जरूरतमंद असहाय, लाचार विधवा के जीवन उत्थान पर किया जा रहा है और ख़ास बात ये हैं कि देहरादून डीएम इस शुरूआत को करने वाले पहले डीएम भी बन गए हैं। इस खुशी की चमक आप कलेक्टेट में असहाय विधवा पुनम ठाकुर, बिरोजनी उनियाल, आशादेवी, खष्टी बिष्ट, बबीता एवं रेशमी जिनके पति का एक्सीडेंट में गंभीर घायल हैं, जिनका सहारा बना डीएम का रायफल फंड,  25-25 हजार आर्थिक सहायता चैक वितरित किए गए है उनकी आँखों में देख सकते हैं।

रायफल से पोछे बेबसों के आंसू

जिलाधिकारी के प्रयासों से जनपद में सक्रिय रायफल क्लब फंड से 6 असहाय, अक्षम और जरूरतंद लोगों को 1.50 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। जिसमें आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर गुलरघाटी निवासी पूनम ठाकुर एवं डालवाला निवासी बिरोजनी उनियाल को बच्चों की स्कूल फीस के लिए 25-25 हजार की आर्थिक सहायता चेक प्रदान किए गए। वहीं 12 वर्षाे से किराए के मकान में रह रही लकवा रोग से ग्रसित डालनवाला निवासी आशा देवी, दूसरे के घरों में कार्य कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही नेहरू कॉलोनी निवासी असहाय महिला खष्टी बिष्ट, दुर्घटना में पति का पैर टूटने पर उसके उपचार हेतु विकासनगर निवासी रेशमी और परिवार की आजीविका का कोई साधन न होने पर अचार बनाने का कार्य करने की इच्छुक गांधी ग्राम निवासी गरीब महिला बबीता को 25-25 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। जिलाधिकारी ने लकवा रोग से पीड़ित आशा देवी को आर्थिक सहायता का चेक प्रदान करने के बाद उनको सारथी वाहन से सुरक्षित उनके घर तक भी पहुंचाया।

मुख्यमंत्री धामी की प्रेरणा से वंचितों को बना रहे सशक्त – सविन बंसल

जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा प्रयास गरीब, असहाय और अक्षम लोगों समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है। यद्यपि हम गरीब और असहाय लोगों की समस्या का पूर्ण निवारण नहीं कर सकते है, परंतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर समाज के वंचित वर्ग के लोगों को चिन्हित कर उनको सरकार की योजनाओं और विभिन्न स्रोतों से उपलब्ध फंड से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। कहा कि जिले में राइफल क्लब फंड से आज 06 असहाय, गरीब एवं निर्बलों को सहयोग राशि प्रदान की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि राइफल क्लब मूलभूत सुविधाओं से हटकर एक लक्सरी ट्रॉजेक्शन है। इसका उपयोग सीएसआर गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। डीएम ने समाज में असहाय लोगों को चिन्हित करने के लिए ग्राउंड स्टाफ एवं इसमें काम कर रहे अधिकारियों की प्रशंसा भी की।


2015 के बाद 10 वर्ष के लम्बे अन्तराल के बाद रायफल क्लब की बैठक

जिलाधिकारी सविन बसंल के ही प्रयासों से 2015 के उपरान्त 10 वर्ष के लम्बे अन्तराल के बाद रायफल क्लब की बैठक की थी। बैठक समिति द्वारा विभिन्न कार्यों हेतु रायफल क्लब अनुदान राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया था। रायफल फंड और अधिक सशक्त बनाने तथा इसमें प्राप्त धनराशि से असहाय, निर्बल के जनसामान्य के सहायतार्थ कार्य किए जा रहे है।  मूलभूत आवश्यकताओं से परे शस्त्र लाइसेंस एक लग्जरी ट्राजेंक्शन है रायफल क्लब में अनिवार्य योगदान जनहित के दृष्टिगत नया लाइसेंस, शस्त्र बदलाव, समय विस्तार, सीमा विस्तार, क्रय-विक्रय, सब ट्रांजेक्शन उच्च निवल मूल्य तय कर दिए गए हैं, जिससे रायफल क्लब वित्तीय रूप से सशक्त बनेगा। वहीं 20 साल बाद डीएम की पहल से  जिले में रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए किया गया है।


जिलाधिकारी सविन बसंल ने प्रथम बार जिले में रायफल फंड का उपयोग किया जिससे जिले में अब तक इस फंड से धनराशि रू0 9.70 लाख की सहायता वितरित की गई है। इससे पूर्व इस फंड से झुग्गी बस्ती प्रेमनगर में बालवाडी मरम्मत हेतु दिव्यांग महिला को धनराशि रू0 1,30000, ग्राम फनार तहसील त्यूनी निवासी गरीब विधवा महिला नीतू दुर्गा देवी के विद्युत बिल की धनराशि रू0 18000, अनाथ अदिति के पिता द्वारा लिए गए बैंक ऋण रू0 50000, भगत सिंह कालोनी निवासी शमीमा को स्वरोजगार हेतु धनराशि रू0 30,000, सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन समिति भोगपुर जहां दूर-दूर से बच्चे पढने आते हैं, को बच्चों के परिवहन हेतु वाहन के लिए धनराशि रू0 5,73950 की सहायता प्रदान की गई।


रायफल क्लब वर्ष 1959 से संचालित है जिसमें नये शस्त्र लाइसेंस, लाइसेंस पंजीकरण, नवीनीकरण, शस्त्र लाइसेंस सीमा विस्तार, गन लाइसेंस की टीएल / एनओसी, शस्त्र विक्रय अनुमति, शस्त्र लाइसेंस श्रेणी परिवर्तन, शस्त्र कय करने की समयावधि बढ़ाने आदि के लिए राइफल फंड में अनुदान लिया जाता है। समिति से उक्त धनराशि बढाने हेतु सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। उक्त विभिन्न कार्यों हेतु 2500 से लेकर 25000 तक करने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कपिल कुमार उपस्थित रहे। उम्मीद की जानी चाहिए कि देहरादून डीएम की इस नेक पहल पर दूसरे जिले के अफसर भी प्रेरणा लेकर ज़रूरतमंद लोगों के लिए एक उम्मीद बनेंगे।

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