AIIMS Viral Video उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस की गाड़ी अचानक इमरजेंसी वार्ड में घुस जाती है। यहां पुलिसकर्मी और मेडिकल स्टाफ स्ट्रेचर को हटाते हुए नजर आ रहे हैं। आखिर ऐसा क्यों हुआ, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं…
ऋषिकेश एम्स में महिला डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ AIIMS Viral Video

ऋषिकेश एम्स में एक महिला डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। जब इसकी शिकायत पुलिस को मिली तो आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस इमरजेंसी वार्ड में गाड़ी लेकर दाखिल हो गई। इससे हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि एम्स में 19 मई की शाम एक व्यक्ति की ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी चल रही थी। इसी दौरान नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार ने महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी की। इससे गुस्साए डॉक्टरों ने हड़ताल की चेतावनी देते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
ऑपरेशन थिएटर में अश्लीलता का शर्मनाक कांड
डॉक्टरों ने डीन कार्यालय को घेर लिया।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में महिला चिकित्सक के साथ छेड़छाड़ के मामले में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। आरोपी नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार को निलंबित किया जा चुका है। अब चिकित्सक उसकी सेवा समाप्ति की मांग कर रहे हैं। मांग के समर्थन में बड़ी संख्या में चिकित्सकों ने गुरुवार को भी डीन एकेडमी कार्यालय का घेराव जारी रखा। इसके अलावा, उन्होंने सड़क पर उतरकर एम्स प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
पुलिस ने नर्सिंग ऑफिसर के खिलाफ शुरू की जांच
क्लिक कर देखिये वायरल वीडियो –https://twitter.com/i/status/1793330862135955954
पुलिस ने शिकायत मिलने पर आरोपी नर्सिंग ऑफिसर के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अस्पताल पहुंची। इस दौरान उसने वार्ड के अंदर लेटे मरीजों के बीच गाड़ी को घुसा दी। इस दौरान सिक्योरिटी गार्ड सीटी बजाकर मरीजों के स्ट्रेचर को हटाते नजर आए। अचानक पुलिस की गाड़ी को देखकर मरीज भी हैरान रह गए। पुलिस के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। उसे हिरासत में ले लिया गया है। उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने भी मामले को लेकर एम्स प्रशासन से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। पीड़ित महिला डॉक्टर ने 21 मई को कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि 19 मई को ट्रॉमा ओटी कॉन्प्लेक्स एम्स में नर्सिंग ऑफिसर ने उसका शारीरिक उत्पीड़न किया और धमकी दी।