ajab gajab news उत्तराखंड में एक ‘‘मृत’’ घोषित कर दिया गया व्यक्ति ज़िंदा मिला है। इस शख्स का नाम नवीन भट्ट है जिसका परिवार उसे ‘‘मृत’’ घोषित कर अंतिम धार्मिक अनुष्ठान कर रहा था और अचानक वो जीवित मिल गया. आपको बता दें कि नशे का आदि नवीन पिछले नौ साल से लापता था.उसकी शराब पीने की आदत से परेशान होकर उसकी पत्नी रेखा उसे छोड़कर अपने दोनों बच्चों के साथ लखनऊ में रह रही थी.
नवीन की मृत्यु के बाद हुयी वापसी ajab gajab news

श्रीपुर बिछवा गांव के पूर्व ग्राम प्रधान रमेश महार ने बताया कि उसके पिता धर्मानंद भट्ट को 23 नवंबर को पुलिस से फोन आया कि उन्हें हल्द्वानी में एक लावारिस शव मिला है और उनकी जेब से एक पर्ची मिली है जिसमें लिखा है कि उसका नाम नवीन भट्ट है. उन्होंने बताया कि नवीन के परिजनों ने हल्द्वानी जाकर उसके शव की पहचान की. परिवार के सदस्य शव को उधम सिंह नगर जिले के खटीमा के निकट अपने पैतृक गांव ले आए और उसका ‘‘दाह संस्कार’’ कर दिया.
उन्होंने बताया कि जब नवीन की मृत्यु के बाद की रस्में गांव में आयोजित की जा रही थीं, तो उसके छोटे भाई के एक दोस्त ने उसे यह जानने के लिए फोन किया कि रुद्रपुर में उनकी दुकान क्यों बंद है. महार ने बताया कि नवीन के छोटे भाई के. डी. भट्ट ने उन्हें बताया कि दुकान इसलिए बंद है क्योंकि उनके बड़े भाई की मृत्यु हो गई है और उनकी मृत्यु के बाद के अनुष्ठान चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह सुनकर हैरान होकर उसके दोस्त ने उससे कहा कि यह असंभव है क्योंकि वह कुछ मिनट पहले ही उसके बड़े भाई नवीन से मिला था. उन्होंने नवीन की उसके परिवार के साथ वीडियो कॉल पर बात कराई.
नवीन के रिश्तेदार रुद्रपुर पहुंचे और उसे जीवित पाया. इसके बाद उनके गांव में मृत्यु के बाद किए जाने वाले अनुष्ठान रद्द कर दिए गए. मामले की जांच करने वाले हल्द्वानी के एक पुलिस अधिकारी प्रवीण सिंह तेवतिया ने बताया कि एक लावारिस शव नवीन के परिवार को सौंपा गया था और उन्होंने उसकी पहचान नवीन के रूप में की थी. महार ने कहा कि परिवार ने गलती से किसी और के शव को नवीन का शव समझ लिया और यह सोचकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया कि उसकी मौत हो गई है.
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