Ajab Gajab : खुराफाती बीवी ! पति बना चाचा चौधरी

Ajab Gajab ऑनलाइन अकाउंट लॉगिन करना हो, रकम ट्रांसफर करनी हो या फिर कोई पेमेंट करनी हो, दिन में एक-दो बार आपका भी पाला ओटीपी से जरूर पड़ता होगा। लेकिन, कभी आपने सुना है कि ओटीपी से किसी शख्स को उसकी खोई हुई बीवी मिल जाए। चौंकिए मत, ये खबर कुछ ऐसी ही है, जहां ओटीपी की मदद से एक आदमी को उसकी पांच साल से लापता वो पत्नी मिल गई, जिसे पुलिस तक ने मरा हुआ मान लिया था।

मामला यूपी के नोएडा का है Ajab Gajab

शहर के सेक्टर 49 में रहने वाले अवधेश शर्मा की शादी 7 साल पहले 2018 में अंजू देवी नाम की महिला से हुई थी। शादी के दो साल तक सबकुछ ठीक चलता रहा और दोनों के दो बच्चे- एक बेटा और एक बेटी हुए। लेकिन, एक दिन अचानक अंजू अपनी बेटी के साथ कहीं गायब हो गई। 3 जुलाई 2020 को जाते वक्त उसने सास से कहा कि वह बाजार जा रही है और फिर कभी लौटकर नहीं आई। शाम को अवधेश घर लौटे और जब काफी तलाशने के बाद भी उनकी पत्नी और बेटी नहीं मिले, तो पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 365 (अपहरण) के तहत मामला दर्ज कर मां-बेटी की तलाश शुरू कर दी। वक्त बीतता रहा, लेकिन अवधेश की पत्नी और बेटी का कहीं कोई सुराग नहीं लगा। इस दौरान अवधेश ने पुलिस पर ठीक से कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया।

5 साल बाद मिला ओटीपी

दरअसल, पुलिस को इस दौरान दो बार एक अज्ञात महिला और बच्ची के शव मिले, जिन्हें पुलिस ने अवधेश के बीवी-बच्चे मानकर नवंबर 2022 में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी। हालांकि, दोनों बार अवधेश ने कहा कि ये उसकी बीवी-बच्चे नहीं हैं और वह उनकी तलाश में जुटा रहा। कहानी में एक बड़ा मोड़ फरवरी 2025 में उस वक्त आया, जब अवधेश को अपने फोन पर आधार कार्ड से संबंधित एक OTP मिला।अवधेश ने मेसेज चेक किया तो पता चला कि यह आधार नंबर उनकी बेटी के नाम पर है, जिसमें नया मोबाइल नंबर अपडेट कराने की कोशिश की जा रही है। वह तुरंत पुलिस के पास पहुंचे और पूरी बात बताई।

पुलिस ने मेसेज के जरिए डिटेल निकलवाई तो पता चला कि राजस्थान के जोधपुर में एक आधार कार्ड सेंटर पर नया मोबाइल नंबर लिंक कराने की रिक्वेस्ट डाली गई है , पुलिस की एक टीम फौरन जोधपुर के लिए निकली, जहां अवधेश की पत्नी और बेटी को रहते हुए पाया गया। इन दोनों को नोएडा के सेक्टर-62 में वन स्टॉप सेंटर में लाया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अदालत में दोनों के बयान दर्ज कराए जाएंगे। इसके साथ ही पुलिस जांच में लापरवाही बरतने पर उस समय के जांच अधिकारी, स्टेशन प्रभारी और ACP के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।