मसल्स और जॉइंट्स की फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ती है Benefits Of Stretching

बच्चे हों या युवा या फिर बुजुर्ग इनके लिए गए अंगड़ाई और जम्हाई को सुस्ती और थकान का इशारा माना जाता है. एक्सपर्ट का मानना है कि अंगड़ाई व जम्हाई असल में आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती है. अब सवाल ये उठता है कि इससे शरीर को राहत क्यों मिलती है? अंगड़ाई लेने पर शरीर की मांसपेशियों और नसों में होने वाले खिंचाव की वजह से ब्लड सर्कुलेशन ठीक हो जाता है. इसके साथ ही दिमाग को जागने और सुस्ती छोड़ने का सिग्नल भी मिलता है.
ज्यादातर लोगों को अंगड़ाई लेने के बाद तरोताजा और राहतभरा महसूस होता है. सुबह-सुबह अंगड़ाई आने का कारण रातभर एक ही करवट में सोना होता है. दरअसल, एक ही पोजीशन में सोने के कारण मस्ल्स, ज्वाइंट्स में मामूली जकड़न हो जाती है. अंगड़ाई लेने पर ये जकड़न खत्म हो जाती है और शरीर को राहत का अहसास होता है. शरीर को नई स्फूर्ति और ऊर्जा मिलती है. माना जाता है कि अंगड़ाई लेने से पूरा शरीर एकसाथ खुलकर सांस लेने लगता है. स्ट्रेचिंग की वजह से पूरा शरीर एक्टिव हो जाता है.
दिमाग को ये सिग्नल देता है कि अब जागने का टाइम हो गया
बिस्तर छोड़ते ही अगर आप अंगड़ाई लेने की प्रक्रिया में बॉडी को स्ट्रेच कर रहे हैं तो आपका ब्लड फ्लो ठीक हो जाता है. डॉक्टर्स कहते हैं कि दिन में केवल 20 मिनट के लिए पैरों और हाथों में खिंचाव लाने वाले व्यायाम करने से हृदय की सेहत में सुधार होता है. लिहाजा, अंगड़ाई लेने से हमारे दिल की हालत भी बेहतर होती है. यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए कारगर है जो व्यस्तता के चलते सुबह को व्यायाम नहीं कर पाते हैं. आफिस में लगातार काम करने वाले लोग बैठे -बैठे अंगड़ाई लेकर फायदा ले सकते हैं.
आपकी सेहत से जुडी इस दिलचस्प खबर में आपको ये भी बता दें कि नींद के बाद उठते ही तेजी से काम शुरू करने की कोशिश या बिना एक्टिव हुए दूसरे काम करने की कोशिश से हार्ट स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है. उठने का सही तरीका यही है कि पहले कुछ देर अपनी जगह पर बैठें. फिर पलंग से उतरें. बैठे-बैठे स्ट्रेचिंग या अंगड़ाई लेने पर ब्लड फ्लो नॉर्मल हो जाता है. ब्लड फ्लो एकदम शरीर के अलग अलग हिस्सों में तेज या कम नहीं होगा, बल्कि सामान्य तरीके से होगा. इससे स्ट्रोक का खतरा घटेगा.
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