Chaitra Navratri: इस बार हाथी पर सवार होकर आएंगी माता रानी

Chaitra Navratri: हिन्दु धर्म में नवरात्रि बहुत ही पवित्र मानी जाती है. इन नौ दिनों में माता के नौ अलग-अलग रुपों की पूजा होती है. इस साल रविवार को कलश स्थापना है इसलिए माता हाथी पर सवार होकर आ रही हैं. इस साल 30 मार्च से शुरु हो रही हो चैत्र नवरात्रि. हर साल चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नवरात्रि की शुरुआत होती है. कहते हैं इस दौरान माता की

Chaitra Navratri

पूजा करने से मां सभी इच्छाओं को पूर्ण करती हैं.

पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्रि(Chaitra Navratri) की शुरुआत 30 मार्च, रविवार से होगी और इसका समापन 6 अप्रैल, रविवार को होगा. इस बार तिथियों में बदलाव के कारण अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रही है, इसलिए नवरात्रि(Chaitra Navratri) केवल 8 दिन की होगी इस साल अष्टमी तिथि 4 अप्रैल सुबह 8 बजकर 12 मिनट से 5 अप्रैल 7 बजकर 26 मिनट पर हैं. चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि 5 अप्रैल, शनिवार को है. इस दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और विशेष रूप से दुर्गाष्टमी व्रत रखा जाता है.

Chaitra Navratri

 कलश स्थापना मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि(Chaitra Navratri) के पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक रहने वाला है. इस दौरान आप कलश स्थापना कर सकते हैं. चैत्र नवरात्रि से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. हिंदू कैलेंडर के नए वर्ष संवत 2082 की शुरुआत भी इसी समय होगी.

Chaitra Navratri

साल की कुल कितने नवरात्रि होते हैं?

हर साल 4 नवरात्रि पड़ती हैं, इसमें से 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं और दो प्रत्यक्ष चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि प्रत्यक्ष नवरात्रि होती है, जिसे गृहस्थों समेत सभी लोग सेलिब्रेट करते हैं. जबकि गुप्त नवरात्रि में अक्सर तांत्रिक और अन्य . साधक मंत्र साधना करते हैं, इस साल की पहली गुप्त नवरात्रि यानी माघ नवरात्रि प्रयागराज कुंभ के दौरान संपन्न हो गई.

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