Chanakyua Niti दुनियाभर अपने ज्ञान और तर्कों से प्रभावित करने वाले महान ज्ञानी चाणक्य ने अपनी किताब चाणक्य नीति में मानव समाज के कल्याण से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है. इनकी नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है. आप इन नीतियों और विचारों को नजरअंदाज ही क्यों ना कर दें, लेकिन वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे. कई बार लोग मित्रता का नाटक करते हैं जिससे वह जिससे वह अपने स्वार्थ की पूर्ति कर सके. आज से सालों पहले चाणक्य ने ऐसे दोस्तों की खास पहचान बताई है. चाणक्य नीति में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जिससे सच्चे मित्र की पहचान की जा सके. तो चलिए जानते हैं उन पहचान के बारे में जिससे आप सच्चे मित्र की पहचान कर सकते है.
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ऐसे लोगों से कभी न करें दोस्ती
1. इसके साथ ही चाणक्य नीति यह भी कहती है कि हमें हमेशा बराबरी वालों से दोस्ती करनी चाहिए वरना ऐसे रिश्ते बाद में खराब हो जाते हैं. जो लोग अमीरों से दोस्ती करते हैं उसके पीछे उनका कुछ न कुछ स्वार्थ जरूर होता है. वह अपने दोस्त के धन का फायदा उठाने का भी सोच सकते हैं. ऐसे में आपको इस तरह के इंसान से सतर्क रहना चाहिए.
2. चाणक्य नीति के अनुसार हमें कभी भी विपरीत स्वभाव के इंसान के साथ दोस्ती नहीं करना चाहिए क्योंकि सांप, बकरी और बाघ की कभी आपस में दोस्ती नहीं कर सकते हैं.
3. कभी भी किसी भी दोस्त पर आंख बंद करके विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि जब रिश्तों में खटास आ जाती है जो उस समय वह दोस्त अपके सभी राज उजागर कर सकता है.
4. जो लोग आपके मुंह पर आपकी तारीफ करते हैं ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे लोग जीवन में कभी भी आपको धोखा दे सकते हैं.
इस तरह करें सच्चे मित्र की पहचान
कहते हैं कि बुरे समय की भी यह अच्छाई होती है कि वह आपको आपको अपने और पराए के बीच का फर्क बता देता है. जो आपके बुरे समय में निःस्वार्थ भावना के साथ आपके साथ खड़ा रहता है वही आपका सच्चा मित्र है. इसलिए किसी भी इंसान को अपना मित्र बनाने से पहले उसे ठीक से जांच परख जरूर लें. देखें कि कहीं वह आपको मित्र सिर्फ अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए तो नहीं कर रहा है. अगर वह आपके दुख तकलीफ में आपका साथ नहीं दें रहा तो समझ लें कि वह आपका सच्चा मित्र नहीं है.