colonel kothiyal on Dharali अचानक उत्तराखंड में कांग्रेस को बैठे बिठाये एक संवेदनशील मुद्दा भाजपा नेता कर्नल कोठियाल के धराली आपदा से जुड़े चंद सेकेंड के वीडियो ने दे दिया है। जिसके बाद पहाड़ की सर्द पड़ी सियासत गर्म हो गयी है। आपको बता दें कि बीते दिनों यूकॉस्ट के विश्व आपदा सम्मेलन में बोलते हुए कर्नल कोठियाल ने 5 अगस्त को आई धराली आपदा को लेकर कई गम्भीर सवाल उठाए है जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में आपदा में मृतक लोगों की संख्या पर बयानबाजी शुरू हो गयी है ।

अपनी ही सरकार को घेरते हुए कर्नल के बोल कुछ ऐसे पैने होंगे ये खुद भाजपा नेताओं के समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि धराली के मलबे में 147 लोग अभी भी दबे हैं। लेकिन उनको निकालने के कोई प्रयास नहीं किए गए। कर्नल ने आपदा प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्थिति का अध्ययन करने गए वाडिया, यू कॉस्ट के चार वैज्ञानिक धराली में ही बैठे रहे। ये वैज्ञानिक भी ग्राउंड जीरो पर नहीं गए। और उन्होंने ‘निम’ नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ मोंटेनियरिंग के दो इंस्ट्रक्टर को सम्बंधित पहाड़ी पर चढ़ाकर वीडियो बनवाया और सरकार को रिपोर्ट सौंप दी। उन्होंने कहा कि यह आखिर किस तरह का आपदा प्रबंधन है? वहीं सेना ने अपने 7 जवानों को निकाल लिया। लेकिन हमने अपने लोगों को ऐसे ही छोड़ दिया। कर्नल कोठियाल ने कहा लापता लोगों का परिवार टूट चुका है। उन्होंने तल्ख लहजे में सवाल दागा कि आपदा प्रबंधन विभाग और वैज्ञानिक संस्थान धराली में कैंप क्यों नहीं कर रहे ?

कर्नल कोठियाल ने और क्या कहा ?
कोठियाल ने कहा कि धराली में वैज्ञानिकों ने ब्लेम गेम खेला। सेना ने 10 दबे लोगों को निकाला। कर्नल कोठियाल ने कहा कि धराली में NDRF ,आईटीबीपी व सेना से उनकी विशेषज्ञता के हिसाब से काम नहीं लिया गया। व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि 12वीं पास से क्लास 2 का काम करवाया गया। उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में चीन के बढ़ते ढांचे से तुलना करते हुए कहा कि वाइब्रेंट विलेज को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। कर्नल कोठियाल ने कहा कि धराली में बचे लोग गुमसुम हो गए हैं। सेना की तरह सिस्टम को भी लापता लोगों की खोज करनी चाहिए , उन्हें मोक्ष नहीं मिला है। कर्नल कोठियाल के वॉयरल वीडियो के बाद धराली आपदा में लापता व मृतकों की वास्तविक संख्या के बाबत नयी बहस छिड़ गयी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक धराली आपदा पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई। जबकि लापता (मृत्यु-पंजीकरण हेतु अनुमोदित): लगभग 67 लोग, जिनमे 25 नेपाली नागरिक शामिल हैं। इधऱ, कर्नल कोठियाल के बयान के बाद आपदा प्रबंधन को लेकर भी अब सवाल खड़े होने लगे हैं ।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल जाएंगे धराली
उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद के अध्यक्ष कर्नल अजय कोठियाल के खुलासों ने धराली आपदा को लेकर सरकार की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है ये कहना है उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल का । गोदियाल ने कहा कि कर्नल कोठियाल के बयान ने स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े अधूरे और भ्रामक हैं तथा धराली में राहत और पुनर्वास कार्यों में भारी लापरवाही बरती गई है। इसी संदर्भ में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदयाल ने यह निर्णय लिया है कि उत्तराखंड कांग्रेस का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें वह स्वयं शामिल रहेंगे, आगामी 4 दिसंबर, गुरुवार को उत्तरकाशी के धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेगा।

तथ्यों को पार्टी गंभीरता से लेगी – विनोद चमोली
भाजपा ने दायित्वधारी कर्नल कोठियाल को लेकर वायरल जानकारी पर स्पष्ट किया कि सरकार ने सभी संभव उपायों से थराली में राहत बचाव कार्य संपन्न किए हैं। धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा हमारे एक वरिष्ठ और रेस्क्यू में अनुभवी कार्यकर्ता के तथ्यों को पार्टी गंभीरता से लेगी और सरकार भी यथोचित कार्रवाई करेगी। वहीं विपक्ष से भी आग्रह किया, तथ्यों के पूर्णतया निष्कर्ष से पूर्व किसी भी तरह की राजनैतिक बयानबाजी से बचना चाहिए। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा कि, कर्नल कोठियाल ने थराली आपदा को लेकर जो भी तथ्य कहे हैं उसपर पार्टी गंभीरता से विमर्श करते हुए, जरूरत अनुसार सरकार उस पर निर्णय लेगी। पार्टी का मत स्पष्ट है कि कार्यकर्ता यदि कोई बात कहता है तो नेतृत्व उसे संज्ञान में लेता है है। जहां तक सरकार का प्रश्न है तो उनके पास सूचना और आंकड़े जुटाने के कई माध्यम हैं।

