Dehradun लम्बे समय से जिसका अंदेशा था आखिर वही हुआ और शराब ने साहेब का हिसाब खराब कर दिया। जिनका काम स्मार्ट सिटी में लोगों को सही कीमत पर शराब खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित करनी थी , जिनकी ज़िम्मेदारी तय समय तक ही बार और शराब परोसने वाली जहगों पर नियंत्रण और कार्यवाही करनी थी वो फेल साबित हो गए और खुद डीएम को अजीबोगरीब लेकिन सटीक हथकंडे से शराब कारोबारियों पर कानून और प्रशासनिक कार्यवाही का डंडा चलाना पड़ा है जिसकी जद में अब अफसर भी आ गए हैं और जिले में नियम विरुद्ध शराब की बिक्री जिला आबकारी अधिकारी पर भारी पड़ी है.
शराब ने साहेब का हिसाब खराब कर दिया और मिली सज़ा Dehradun
लम्बे समय से डीएम दफ्तर में ओवर रेटिंग से लेकर पब और बार में नियम विरुद्ध शराब बिक्री की शिकायते और जनता में आक्रोश नज़र आ रहा था जिसपर कार्यवाही की जाने चाहिए थी लेकिन आबकारी विभाग की जगह खुद जिलाधिकारी सविन बंसल को ऐसी गतिविधियां रोकने के लिए एक्शन मोड में आकर कार्यवाही करनी पड़ी है। देर रात दुकानों पर छापा हो या शराब खरीद हर तरीके से ओवररेटिंग पर सच्चाई को उजागर करते हुए आखिरकार शराब बिक्री के इन्हीं मामलों को लेकर अब जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को हटा दिया गया है।
जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को हटाने के आदेश जारी
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल पिछले कई हफ्तों से लगातार नियम विरुद्ध शराब बिक्री के खिलाफ खुद सड़कों पर उतरे हैं और टीम को भी सक्रिय किया हुआ है लेकिन दुर्भाग्य से जिस आबकारी विभाग को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए तेज़ी दिखानी चाहिए थी वो सुस्त पड़ा रहा ऐसे में जिलाधिकारी को खुद औचक निरीक्षण करने पड़ रहे थे. बीते दिनों सीएम धामी ने भी सख्त एक्शन की बात कही थी यही कारण है कि तमाम शिकायतों के बाद आखिरकार जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को हटाने के आदेश दिए गए हैं.
खास बात यह है कि देहरादून जिले में नियम विरुद्ध शराब बिक्री पर आबकारी विभाग की लापरवाही की शिकायतें मिल रही थी और इसीलिए देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल भी जिला आबकारी अधिकारी से नाराज चल रहे थे. खास बात यह है कि जिले में जिलाधिकारी को खुद नियम विरुद्ध गतिविधियों को लेकर मोर्चा संभालना पड़ा था और जिलाधिकारी लगातार तमाम शराब की दुकानों, पब और बार में भी औचक निरीक्षण कर कार्रवाई कर रहे थे. बताया जा रहा है कि तमाम शिकायतों के बाद भी जिला स्तर पर आबकारी विभाग के अधिकारी रूटीन चेकिंग नहीं कर रहे थे और ऐसे में शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग की खुली गतिविधियां संचालित हो रही थी. जिनको कई जगह पर जिलाधिकारी ने खुद निरीक्षण के दौरान पकड़ा था. अब देखना होगा कि इस सख्त कार्यवाही के बाद क्या सरकार और डीएम बंसल का मकसद पूरा होता है या कुछ दिनों में ही शराब कारोबारी पहले की तरह निरंकुश हो जायेंगे ?
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