Special Story By – Anita Tiwari , Dehradun
Dhami wins Champawat उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए यू तो चंपावत की लड़ाई जीतना कोई मुश्किल काम नहीं था। लेकिन सवाल इस बात का था कि खटीमा से हार के बाद क्या पुष्कर सिंह धामी नए रिकॉर्ड के साथ जीतकर विधानसभा पहुंचेगे ? राजनीतिक पंडित और खुद मुख्य विपक्षी कांग्रेस भी ये मानकर चल रही थी कि चंपावत में मुख्यमंत्री की जीत तय है , लिहाजा उन्होंने ऐसा उम्मीदवार उतारा जो एक तरह से मुख्यमंत्री के लिए वॉक ओवर के समान था.
Dhami wins Champawat : जीते धाकड़ धामी

- Dhami wins Champawat आपको बता दें कि मतगणना के पहले राउंड से ही सीएम धामी 3600 वोटों से आगे चल रहे थे और यह तादाद 9 राउंड की मतगणना के बाद 35000 के पार पहुंच गई। वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार निर्मला गहतोड़ी को 2000 से भी कम वोट मिले थे।

- Dhami wins Champawat दरअसल नतीज़ा तो तभी साफ़ हो गया था जब चंपावत उपचुनाव में 10वें राउंड की काउंटिंग में कुल 45,649 मतों की गिनती हुई तो सीएम धामी को 42,573 वोट मिल चुके थे और कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को 2,189 वोट मिले थे इसके पहले 3 राउंड की काउंटिंग पूरी होने तक सीएम धामी की बढ़त 33,966 हो चुकी थी
Dhami wins Champawat : जीते धाकड़ धामी
Dhami wins Champawat : जीते धाकड़ धामी , चम्पावत की बम्पर हामी
- Dhami wins Champawat आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में बीजेपी विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरी थी। पुष्कर सिंह धामी अपनी परंपरागत खटीमा सीट से चुनाव मैदान में थे , लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन कापड़ी ने उन्हें अप्रत्याशित रूप से हरा दिया था। जिसके बाद चंपावत उपचुनाव हुआ और यहां से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिकॉर्ड मतों से जीतकर अपनी धमक को बरकरार रखा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी की इस जीत के कई मायने भी अब सामने निकल कर आ रहे हैं।

- Dhami wins Champawat एक तो केंद्र के भरोसे पर सीएम धामी खरे उतरे , वही उन्होंने बता दिया है कि आने वाले कुछ सालों में अब उनके पीछे ही सारे नेता होंगे और वही प्रदेश में सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ा चेहरा बन चुके हैं। अब इसमें कोई दो राय नहीं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही जीत की पटकथा लिखेंगे।

- Dhami wins Champawat बताया जा रहा है कि पुष्कर सिंह धामी चंपावत की जीत के बाद जल्द ही दिल्ली का दौरा करेंगे और आलाकमान से मिलकर आशीर्वाद लेंगे। उसके बाद पूरी तरह से अपनी सरकार के कामकाज और विकास योजनाओं पर फोकस कर 100 दिन के एजेंडे पर आगे बढ़ेंगे।
- चंपावत की इस जीत के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस विधानसभा के दिन बहूरेंगे और मुख्यमंत्री से जुड़ जाने के बाद चंपावत चमकेगा। रहा है कि धामी की धमक से उत्तराखंड में इस जीत की गूंज देर और दूर तक सुनाई देगी…
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