Garba Dance गरबा की शर्त – कलावा दिखाओ – माथे पर तिलक लगाओ

Garba Dance त्योहारों का मौसम आ गया है कहीं डांडिया तो कहीं गरबा की धूम मचेगी लेकिन इस धूम धड़ाके में कहीं कोई बहुरुपिया कालनेमि शामिल न हो जाये इसके लिए अजब गजब इंतज़ाम और शर्ते बनायीं गयी है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस साल गरबा पंडालों की रौनक तो हर साल की तरह ही रहने वाली है लेकिन इस साल पुलिस की मुस्तैदी पिछले सालों की तुलना में कहीं ज्यादा है. जी हां, गरबा पंडालों में इस साल कड़ी सुरक्षा और सावधानी रखी जा रही है. एंट्री के लिए लोगों को आधार कार्ड दिखाना पड़ रहा है. कई गरबा पंडालों में हाथ में कलावा और माथे पर तिलक लगाकर एंट्री दी जा रही है. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस भी तैनात की गई है. पुलिस ने कहा शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे.

गरबा पंडालों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम Garba Dance


पुलिस की तैनाती के अलावा गरबा पंडालों के बाहर आयोजकों और हिंदू संगठनों के लोग भी नजर बनाए हुए हैं. प्रवेश द्वार पर सबसे पहले आईडी कार्ड चेक हो रहा है. उसके बाद टिकट दिए जा रहे हैं. सभी पंडालों में सीसीटीवी से लगातार नजर भी रखी जा रही है. गरबा आयोजकों का कहना है कि नवरात्रि सनातन धर्म का पवित्र पर्व है. यहां किसी भी अराजक तत्व को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. आयोजकों ने साफ कहा कि जिनका हमारे धर्म में विश्वास नहीं, वे हमारे धार्मिक आयोजनों में क्यों आएं?


आधार कार्ड दिखाना कलावा और तिलक लगाना ज़रूरी

गरबा पंडालों के आयोजकों ने स्पष्ट किया कि पूर्व में गरबा पंडालों में लव जिहाद जैसी घटनाएं हुई हैं. इसलिए इस बार सुरक्षा पिछले सालों के मुकाबले बढ़ाई गई है ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके. उन्होंने कहा कि एंट्री के पहले सभी की कड़ी जांच की जा रही है.गरबा पंडालों में शामिल होने आ रही महिलाओं ने इस बार की व्यवस्था को सराहा है. महिलाओं और युवाओं ने सुरक्षा इंतजामों को सही बताया है. उन्होंने कहा कि आईडी कार्ड चेक होने से वे पहले से ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं और समुदाय के बीच अपना त्योहार निश्चिंत होकर मना पा रहे हैं.


गाइडलाइन के मुताबिक सिक्योरिटी

हांलाकि कई बार ऎसी अप्रिय घटनाये भी सामने आती रही हैं जिससे समाज में गलत सन्देश गया है लिहाज़ा स्थानीय पुलिस अधिकारीयों ने कहा कि कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से यहां सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है. पुलिस पार्किंग और भीड़ का मैनेजमेंट देख रही है. अगर आयोजकों की तरफ से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या शिकायत की जानकारी मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पंडाल में किसे प्रवेश देना है और किसे नहीं, यह आयोजकों का विषय है.