Health News क्या आप अपने स्वास्थ्य जांच को लेकर फिक्रमंद रहते हैं ? क्या पैथोलोजी की लम्बी वेटिंग से आप घबराते हैं ? अगर आलस में आप अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं तो टेंशन फ्री करेगा आपका मोबाइल जी हां आपका स्मार्ट मोबाइल कैमरा अब सिर्फ फोटो नहीं खींचेगा, बल्कि आपकी हेल्थ भी बताएगा। नई AI तकनीकों की हेल्प से अब स्मार्टफोन से SPO2, ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस लेवल जैसी जानकारियां पाई जा सकती हैं। इसके लिए ब्लड टेस्ट की भी जरूरत नहीं होगी।
क्या आप सोच सकते हैं कि बिना ब्लड टेस्ट कराए, सिर्फ मोबाइल कैमरे से ही आपकी बॉडी का हेल्थ डेटा मिल सकता है? जी हां, अब टेक्नोलॉजी इतनी आगे निकल चुकी है कि फोन का कैमरा आपकी आंख, स्किन, हार्टबीट और यहां तक कि डायबिटीज और स्ट्रेस लेवल तक का पता लगा सकता है, वो भी बिना किसी लैब रिपोर्ट के। यह सब पॉसिबल हुआ है AI-इनेबल्ड मोबाइल हेल्थ टेक्नोलॉजी की वजह से, जो मेडिकल फील्ड में किसी मिरैकल से कम नहीं है। आइए जानते हैं ये कैसे काम करती है और क्या-क्या बता सकती है?
कैसे काम करती है ये तकनीक ? Health News
मोबाइल कैमरा जब आपकी स्किन, आंख या नाखून जैसी सतह को स्कैन करता है, तो वो उसमें मौजूद माइक्रो-चेंजेस, जैसे कलर, वाइब्रेशन या रिफ्लेक्शन को रिकॉर्ड करता है। AI एल्गोरिदम इन पैटर्न्स को डिकोड कर ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल, हार्ट रेट और बॉडी फैट तक का अनुमान लगा सकता है।
ये फीचर किन ऐप्स और डिवाइसेज में आ चुका है?
Binah.ai- हार्ट रेट, स्ट्रेस,
Anura by Nuralogix- 30 सेकंड में फेस स्कैन कर हेल्थ रिपोर्ट देना
Careplix Vitals (इंडिया)- SPO2, पल्स रेट कैमरे से फिंगर देखकर
Apple Health + Watch- ECG, हेल्थ रेट, स्लीप ट्रैकिंग और बहुत कुछ
किस बीमारी की शुरुआती पहचान हो सकती है?
डायबिटीज- स्किन रिफ्लेक्शन और आंखों से
हाई BP और स्ट्रेस- फेस कैमरा से ब्लड फ्लो पैटर्न देखकर
ऑक्सीजन की कमी (SPO2)- कैमरे से फिंगर स्कैन करके
हार्ट डिजीज (Cardiac Risk)- हार्टबीट और HRV डेटा से
डिप्रेशन या थकान- आंखों के मूवमेंट और चेहरे के कलर से
इसका फ्यूचर क्या है ?
मोबाइल कैमरा से ब्लड ग्लूकोज मेजरमेंट
थायरॉइड और किडनी टेस्ट के लिए AI एल्गोरिदम
स्मार्टफोन बेस्ड इमेजिंग से स्किन कैंसर डिटेक्शन
पीरियड प्रेडिक्शन और प्रेग्नेंसी डिटेक्शन फीचर्स
क्या ये लैब रिपोर्ट को रिप्लेस कर देगा ?
हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसा नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि अभी नहीं, लेकिन रोजाना चेकअप या प्री-स्क्रीनिंग के लिए ये बेस्ट सॉल्यूशन है। उनके अनुसार, ये टेक्नोलॉजी गरीब और दूरदराज इलाकों में हेल्थकेयर की पहुंच को बेहद आसान बना सकती है। आज के युवाओं को फिटनेस, स्ट्रेस मैनेजमेंट और हेल्थ मॉनिटरिंग में इंट्रेस्ट है। ये मोबाइल हेल्थ सॉल्यूशन महंगे गैजेट की जरूरत खत्म करते हैं, रियल टाइम में स्टेटस बताते हैं, डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम की अर्ली वॉर्निंग दे सकते हैं और इंस्टा हेल्थ-लाइफस्टाइल ट्रेंड में फिट बैठते हैं।