Hemkund Sahib : बर्फ़बारी के बीच देखिये हेमकुंड साहिब का नज़ारा

Hemkund Sahib देवभूमि उत्तराखंड की पावन श्री हेमकुंड साहिब यात्रा में तीर्थयात्रियों का उत्साह और रिकॉर्ड तोड़ कीर्तिमान को बना रही है। बर्फ़बारी और ठन्डे मौसम में कुंड में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बनती है। लम्बी लम्बी कतार में दर्शन को खड़े ये श्रद्धालु कुदरत के नज़ारों को देखकर रोमांचित भी हो रहे हैं।

हेमकुंट साहिब चमोली जिला, उत्तराखंड, में स्थित सिखों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह हिमालय में 4632 मीटर (15,200 फुट) की ऊँचाई पर एक बर्फ़ीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच स्थित है। इन सात पहाड़ों पर निशान साहिब झूलते हैं। इस तक ऋषिकेश-बद्रीनाथ साँस-रास्ता पर पड़ते गोबिन्दघाट से केवल पैदल चढ़ाई के द्वारा ही पहुँचा जा सकता है।यहाँ गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब सुशोभित है। इस स्थान का उल्लेख गुरु गोबिंद सिंह द्वारा रचित दसम ग्रंथ में आता है। इस कारण यह उन लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है जो दसम ग्रंथ में विश्वास रखते हैं।

श्री हेमकुंड साहिब, जो सिख धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, में पिछले चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के बावजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह चरम पर है। हिमालय की गोद में पंद्रह हज़ार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित इस पवित्र गुरुद्वारे में तीर्थयात्री अटूट श्रद्धा और विश्वास के साथ पहुंच रहे हैं। ठंडे मौसम और बर्फीली हवाओं के बीच भी, तीर्थयात्री पवित्र सरोवर में स्नान कर रहे हैं, जो उनकी गहरी आस्था और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। सरोवर का जल अत्यंत ठंडा होने के बावजूद, श्रद्धालु अपनी भक्ति के बल पर इस कठिन परिस्थिति में भी डटकर डुबकी लगा रहे हैं, जो उनकी आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाता है।

पिछले आठ दिनों में श्री हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों की संख्या ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस दौरान तीस हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे के दर्शन किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक रिकॉर्ड उपलब्धि है। यह आंकड़ा न केवल तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को दर्शाता है, बल्कि श्री हेमकुंड साहिब के प्रति उनकी गहरी निष्ठा और आकर्षण को भी उजागर करता है। यह यात्रा न केवल शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध करने वाली है, जो विश्व भर से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है।