ICMR advisory on HMPV इन दिनों चीन में बढ़े एचएमपीवी के केसों से पूरी दुनिया में दहशत है। भारत में भी तीन केस मिलने से हड़कंप मच गया है। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक्सपर्ट्स ने इस वायरस से पैनिक नहीं होने की सलाह दी है। सोशल मीडिया पर भी कोविड-19 से HMPV की तुलना करते हुए #Lockdown ट्रेंड कराया जा रहा है। हांलाकि आपको ज़रा भी इस वायरस से घबराने की ज़रूरत नहीं है लेकिन लोग सोचने लगे हैं कि क्या एक बार फिर सड़कों पर कोरोना पार्ट टू का दृश्य नज़र आएगा या ये सिर्फ एक भ्रान्ति और बेवजह का डर है।
जानिए क्या है आईसीएमआर की एडवाइजरी? ICMR advisory on HMPV
भारत में HMPV को लेकर फैल रहे अफवाहों के बाद देश की टॉप मेडिकल इंस्टीट्यूट आईसीएमआर ने साफ किया है कि इस वायरस से पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। यह एक सामान्य वायरस है। HMPV पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में प्रचलन में है। इसका ट्रीटमेंट सामान्य फ्लू की तरह किया जाता रहा है।
आईसीएमआर ने क्या एडवाइजरी जारी की?
आईसीएमआर ने कहा कि एचएमपीवी पहले से ही भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में यह वायरस है। इस वायरस से सांस संबंधी बीमारी होती है। आईसीएमआर ने बताया कि उसके और आईडीएसपी नेटवर्क के रिसर्च में यह स्पष्ट है कि देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर सांस की बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य उछाल नहीं आया है। हम भी आपसे अपील करते है कि अफवाहों से घबराये नहीं और सरकार के द्वारा दी जा रही जानकारी को पढ़कर खुद को पैनिक होने से बचाएँ।