India-Pakistan Conflict भारत ने S-400 की मदद से पाकिस्तान के मिसाइल हमले को नाकाम किया. जम्मू, कुपवाड़ा और पठानकोट में ब्लैकआउट हुआ और सायरन सुनाई दिए, पाकिस्तानियों ने RSS मुख्यालय पर हमले की धमकी दी.पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. आतंकियों पर हुए प्रहार के बाद पाकिस्तान ने बीती रात भारत पर हमला करने की नाकाम कोशिश की. इसके बाद भारत ने जवाबी की और पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया. अब एक बार फिर पाकिस्तान ने जम्मू में ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की कोशिश की, भारत ने खबर लिखने तक 8 मिसाइल मार गिराई थी .
Operation Sindoor से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है. हालांकि, उसके नापाक मंसूबों को भारत ने नाकाम करने के लिए मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी की है. ताजा जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू स्थित एयरस्ट्रिप पर मिसाइलें दागीं, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम S-400 ने 8 पाकिस्तानी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया. कुछ ही देर पहले जम्मू, सांबा और कुपवाड़ा में भी पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई है.
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में ब्लैकआउट किया
हमले के मद्देनजर जम्मू के आरएसपुरा इलाके में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है. रात को 8 बजे वहां सायरनों की आवाजें सुनाई दीं, और सतवारी आर्मी कैंप पर हमले की खबरें सामने आई हैं. इसी तरह, पंजाब के गुरदासपुर और पठानकोट में भी सायरन बजाए गए और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. पठानकोट के सुजानपुर क्षेत्र में ड्रोन देखे गए, जिन पर भारतीय सेना ने फायरिंग की.
15 भारतीय शहरों पर पाक का हमला नाकाम
7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर समेत 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. ड्रोन और मिसाइलों से हुए इन प्रयासों को भी भारत ने समय रहते निष्प्रभावी कर दिया था.जम्मू-कश्मीर से गुजरात तक सीमावर्ती जिले और एयर स्टेशन एरिया में रात 12:00 से सुबह 4:00 बजे तक ब्लैकआउट रहेगा.
पाकिस्तान के नापाक हमले को भारत ने किया नाकाम
पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट वायरल हुआ जिसमें आरएसएस मुख्यालय, नागपुर को निशाना बनाने की बात कही गई. इसके बाद से नागपुर में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और हलचल तेज हो गई है.अब देशभर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. इस संकट की घड़ी में देश एकजुट होकर आतंक का सामना कर रहा है.