देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट —

IPS Daleep Singh Kunwar वर्दी में इंसान….. खाकी में भगवान….और अब पुलिस वाले अंकल….कुछ ऐसा ही है उत्तराखंड पुलिस की नई मिसाल….जो बने हैं राजधानी के शानदार कप्तान दलीप सिंह कुंवर……हम ऐसा क्यों कह रहे हैं उसकी गवाही दे रही है ये तस्वीरें जो आपको पहले देख लेनी चाहिए…..
IPS Daleep Singh Kunwar साथ खाया खाना , बांटी किताबें

यथा राजा तथा प्रजा मतलब जैसा कैप्टेन वैसी टीम का शानदार उदाहरण है उत्तराखंड पुलिस, क्योंकि because अपने जिंदादिल डीजीपी अशोक कुमार की आम जीवन मे समाज के लोगों के लिए किये जा रहे अनूठे प्रयासों को अपनाते हुए वरिष्ठ आईपीएस और डीआईजी देहरादून दलीप सिंह कुंवर भी अनाथों के नाथ बन कर मुस्कान बिखरने पहुंच गए अनाथालय……

ये प्यारी तस्वीरे है नेता जी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालिका होस्टल की जहां अनाथ, एकल अभिभावक, भीख मांगने वाले, कूड़ा बिनने वाले ,बेसहारा बच्चे रहते हैं लेकिन but जब वहां सपत्नी पहुंचे पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून तो सबके लिए ये दिन खास बन गया।

अक्सर अपने अंदाज ए मिज़ाज़ के लिए पहचाने जाने वाले आईपीएस दलीप सिंह कुँवर पत्नी विनीता कुँवर के साथ नेता जी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालिका छात्रावास पहुंचे जहां वो छात्रावास में बच्चो के साथ यादगार पल गुज़ारते हुए अनाथ बच्चों का हौसला बढ़ाया। लेकिन but इस दौरान वर्दी में अंकल आंटी से मिलकर बच्चों का जोश देखते ही बनता था क्योंकि बच्चो ने अपने हुनर को कार्यक्रमों के माध्यम से पेश किया, लेकिन but सबसे बेहतरीन लम्हा तब दिखा जब आईपीएस अफसर अंकल ने बच्चों को झुला झुलाकर उनका मनोरंजन किया। हालांकि although इस दौरान एसएसपी कुंवर ने बच्चो के साथ खाना खाते हुए ढेर सारी बातें भी की और किताबें वितरित करते हुए अपनी शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित कर भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक बनने तथा देश के विकास में अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया।

इस दम्पत्ति ने भविष्य में भी बच्चो की शिक्षा में हर सम्भव सहायता करने का आश्रम संचालकों को आश्वासन दिया। इस दौरान कप्तान दिलीप सिंह कुंवर ने बच्चों को चित्रकारी के लिए लगभग 150 पेंटिंग बुक, पेंसिल ,कलर आदि दिए गए। डीआईजी/एसएसपी को अपने बीच पाकर और उनके द्वारा दिये गए अपनत्व से बच्चों के चेहरों पर अलग ही ख़ुशी नज़र आयी फिर डीआईजी/एसएसपी अंकल को थैंक यू बोलकर विदाई दी गई इस उम्मीद में कि वर्दी वाले अंकल फिर उनके बीच खुशियां बाटने ज़रूर आएंगे।