Kedarnath Yatra यात्रा के स्नायु तंत्र पीआरडी जवानों की विशेष देखभाल , जवानों का ज़िला प्रशासन को रिवर्स ग्रेटीट्यूड: 24/7 यात्रा मार्गों पर पूर्ण मनोयोग से जुटे हैं जवान , ज़िला प्रशासन रुद्रप्रयाग की शानदार पहल , जवानों का 20 लाख का निःशुल्क दुर्घटना बीमा

सभी जवानों के लिए नए कंबल और चादरें
श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सफल एवं सुव्यवस्थित बनाने में दिन- रात खुद को झोंक कर रखने वाले यात्रा के स्नायु तंत्र पीआरडी स्वयंसेवकों की हर सुविधा का ध्यान शासन- प्रशासन रख रहा है।

ड्यूटी समय में सभी जवानों को निःशुल्क राशन
खास तौर पर आर्थिक रूप से अल्प वेतनभोगी किन्तु यात्रा में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी निभाने वाले इन जवानों को यात्रा अवधि में हर सुविधा के साथ अच्छी खुराक उपलब्ध हो इसके लिए जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार के निर्देशन में यात्रा व्यवस्था की माइक्रो मैनेजमेंट में लगी अधिकारियों की विशेष टीम ने इनके लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं।

जवानों की सेहत पर मौसम का असर न पड़े और यात्रा में लगातार खड़े तथा चलते रहने के कारण उनको कम थकान हो इसके लिए उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े एवं जूते भी उपलब्ध कराए जा गए हैं। हर प्राथमिक सुविधा प्रशासन की ओर से उपलब्ध होने से एक ओर इन जवानों की जेब का भार कम हुआ है, वहीं दूसरी ओर विपरीत परिस्थित में भी पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ अपनी ड्यूटी करने में भी इन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही।
जेब पर भार न पड़े इसके लिए प्रशासन ने उठाए महत्वपूर्ण कदम

उधर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अखिलेश मिश्रा ने बताया कि सेक्टर में तैनात सभी जवानों का 20 लाख रुपए का बीमा भी प्रशासन की ओर से कराया गया है। वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि रेस्क्यू के लिए अच्छे स्ट्रेचर, नाइट विजन के लिए एलईडी एवं फोकस लाइट से लेकर उच्च गुणवत्ता वाली रस्सी, स्टिक एवं फर्स्ट एड किट जवानों को उपलब्ध कराई गई है।

हर मोर्चे पर फ्रंट लाइन में खड़े दिखते हैं पीआरडी जवान
श्री केदारनाथ धाम यात्रा सबसे कठिन धार्मिक यात्रा होने के साथ जनपद के सैकड़ों लोगों के रोजगार और आजीविका का जरिया भी है। देश दुनिया से बाबा केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुव्यवस्थित एवं निर्बाध रूप से चलती रहे इसके लिए जनपद के युवा विशेष भूमिका निभाते हैं। प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के माध्यम से यात्रा मार्ग पर हर वर्ष जनपद के 300 युवा यात्रा मैनेजमेंट में 24 घंटे तैनात रहते हैं। मैनेजमेंट में स्थानीय निवासी होने के चलते केदारघाटी और यात्रा मार्ग पर ये हर मोर्चे पर फ्रंट लाइन में खड़े दिखते हैं।
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