
Largest Bank Robbery दुनिया की सबसे बड़ी डकैती, जिसमें न गोली चली न हुई कोई मारपीट, बस एक पर्ची और चोरों ने कर ली दुनिया की सबसे बड़ी डकैती. ऐसी बहुत सारी बैंक डकैतियों के बारे में आपने सुना होगा, जिसमें लाखों या करोड़ों रुपये की लूट हुई हो। लेकिन आज हम आपको जिस बैंक डकैती के बारे में बताने जा रहे हैं, वो बैंक डकैती के इतिहास में सबसे अनोखा मामला है, क्योंकि इसमें सीधे तौर पर उस देश के राष्ट्रपति का बेटा शामिल था। जी हां, यह हैरान करने वाली बात तो है, लेकिन बिल्कुल सच है।
बैंक का सारा रुपया सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया जाए Largest Bank Robbery
ट्रकों में भरकर ले गए थे 7500 करोड़ रुपये
दरअसल, साल 2003 में सद्दाम हुसैन का इराक में खौफ सत्ता में था उधर अमेरिका इराक पर हमले की योजना बना रहा था. इन्ही दिनों इराक की राजधानी बगदाद में कुछ लोग देश के सबसे बड़े बैंक ‘सेंट्रल बैंक ऑफ इराक में पहुंचे. मैनेजर के पास पहुंचे एक शख्स ने पर्ची दी, जिसमें लिखा था कि मुल्क पर हमले की योजना की चलते देश के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने आदेश दिया है कि बैंक का सारा रुपया सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया जाए.इस पर्ची को पढ़ते ही थोड़ी ही देर में सारा पैसा बैंक के बाहर खड़े बड़े ट्रकों में लोड किया जाने लगा. पांच घंटे तक तीन बड़े ट्रकों में पैसा भरा गया, जिसके बाद भी बहुत सारा पैसा बाकी रह गया. इसके बाद वह लुटेरे रकम छोड़कर पांच लोग ट्रकों में बैठकर चले गए.
राष्ट्रपति का बेटा शामिल
लेकिन कुछ घंटों बाद बैंक पता चला कि सद्दाम हुसैन ने ऐसा कोई फरमान जारी नहीं किया था. तब तक बैंक में डकैती डाली जा चुकी थी. थोड़े समय बाद जब पूछा गया कि पर्ची लेकर कौन आया था तो पता चला कि वह शख्स कोई और नहीं सद्दाम का बेटा ‘क़ुसे हुसैन’ था.वहीं बैंक लूटने के अंदाज को लेकर भी कई लोग हैरान थे कि बस एक पर्ची से लुटेरों ने इतनी बड़ी डकैती को अंजाम दिया था. इस डकैती में न हथियार का इस्तेमाल किया गया और न ही कोई छीना-झपटी की गई. इसके अलावा बैंक डकैती में लूटी गई रकम को कभी बरामद भी नहीं किया जा सका.