Maharaja Ranbeer Olive रंगीलो भारत की अजबी गजब है कहानियां , अगर आप पढ़ने बैठेंगे तो यकीन मानिये हैरान रह जायेंगे। ऐसा ही एक किस्सा हम आपको बता रहे हैं जो जींद से मसूरी तक जुड़ा है। दरअसल जिन दिनों भारत में रियासतें थीं, उस दौर में राजा-महाराजाओं की जीवनशैली अय्याशी और विलासिता से लकदक थीं. कई शादी-ब्याह और प्रेम प्रसंगों के अजीब-अजीब किस्से मशहूर हैं
विदेशी युवती ओलिव से मसूरी में मुलाकात हुई Maharaja Ranbeer Olive

इन्हीं में है उत्तर भारत की एक धनी रियासत के महाराजा एक विदेशी नर्स पर इतने मुग्ध हो गए कि उससे शादी का किस्सा जिन्होंने प्रेयसी नर्स को दुल्हन बनाने के लिए 50,000 रुपए में खरीद लिया. था। वो किसी सुंदर विदेशी महिला को अपनी रानी बनाना चाहते थे. राजा का दिल ओलिव पर आ गया. वो बेल्जियन लड़की थी.
दरअसल महाराजा की पहली मुलाकात ओलिव से उत्तराखंड के खूबसूरत हिल स्टेशन मसूरी में हुई थी, जहां उन दिनों देश के राजा-महाराजा अक्सर पार्टियां करते रहते थे. उन पार्टियों में तमाम अंग्रेज अफसर और उनकी बीवियां भी आती थीं. उन्हीं में किसी पार्टी में महाराजा रणबीर सिंह को आमंत्रित किया गया था, जहां खूबसूरत ओलिव अपनी मां लिज्जी के साथ आई हुई थी.महाराजा पहले से विवाहित था. उसकी दो सिख बीवियां थीं-डेल्मा और गुरचरण कौर-लेकिन वो ओलिव से मिलकर और बात करके उस पर ऐसा लट्टू हुआ कि उससे लगातार मिलने लगा. जब ओलिव वहां से मुंबई चली गई तो राजा उसके पीछे वहां भी पहुंच गया.
महाराजा ओलिव को महंगे उपहार देता था और उससे मिलता रहता था. ओलिव भी उससे जब प्यार करने लगी तो उसने विवाह की पेशकश की.ओलिव का जवाब था, उसे इस बात से कोई एतराज नहीं है लेकिन ये फैसला उसकी मां ही करेगी. बगैर मां की मर्जी के वो शादी नहीं कर सकती. लिज्जी ने पहले तो साफतौर पर राजा से अपनी बेटी की शादी करने से मना कर दिया. लेकिन फिर उसने लड़की से शादी के लिए राजा से 50,000 रुपए की मांग की. राजा ने तुरंत ये मांग पूरी की , इसके बाद ओलिव और महाराजा की शादी एक प्राइवेट समारोह में संगरूर में हुई. ओलिव को अपना धर्म बदलना पड़ा. उसका नाम भी बदलकर जसवंत कौर हो गया.
क्या आप जानते हैं कौन थी रति-मायावती https://shininguttarakhandnews.com/rati-goddess-of-love/