Matawala Bagh क्या उत्तराखंड की सबसे प्रमुख पहचान और देहरादून की शान श्री गुरू राम राय दरबार साहिब ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहा है ? क्या सोशल मीडिया पोस्ट कर एक प्रतिष्ठित ट्रस्ट और मानव सेवा में लगे श्री महंत देवेंद्र दास के खिलाफ कोई माहौल बनाया जा रहा है ? बीते कुछ दिनों से देहरादून में दरबार साहिब और व्यक्ति विशेष में शुरू हुआ विवाद अब अदालत में जा पहुंचा है जहाँ दरबार साहिब ने बड़ा फैसला करते हुए अब महंत श्री देवेंद्र दास जी के खिलाफ अफवाहों और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ आरपार का निर्णय लिया है और ठोंक दिया है पूरे 25 करोड़ का दावा …..
सोशल मीडिया पर मामला चर्चा का विषय बना Matawala Bagh
दरबार साहिब के मुताबिक़ श्री गुरू राम राय दरबार साहिब, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल व अधिकारियों को ब्लैकमेल करने वाले अमित तोमर को कोर्ट से करारा झटका व तमाचा लगा है। माननीय कोर्ट ने तुरंत प्रभाव से अमित तोमर के आपत्तिजनक, अशोभनीय पोस्ट पर रोक लगा दी है। श्री दरबार साहिब के व्यवस्थापक मधुसुदन सेमवाल ने अमित तोमर पर पच्चीस करोड़ की मानहानि का दावा ठोक दिया है। बताया जा रहा है की अमित तोमर पिछले कुछ समय से अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर श्री दरबार साहिब, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल व अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रहा था, और मनगढंत व झूठी अफ़वाह फैलाकर पैसे ऐंठना चाह रहा था।
दावा ये भी किया जा रहा है की पहले उसने मातावाला बाग में पेड काटने का मुद्दा उठाया कि मधुसूदन सेमवाल ने पेड़ कटवाये. इस आरोप को वन विभाग की टीम ने खारिज कर दिया और अब श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पर आरोप लगाने लगा है। माननीय कोर्ट ने तुरंत संज्ञान लेकर अमित तोमर के किसी भी तरह की पोस्ट पर रोक लगा दी है। और एस०जी०आर०आर० की समस्त संस्थाओं में जाने पर भी रोक लगा दी है।
उधर श्री दरबार साहिब प्रबन्धन ने 25 करोड़ का मानहानि का केस दर्ज कर दिया है। अमित तोमर का ब्लैकमेलिंग का इतिहास रहा है। लोगों को डरा धमकाकर अनाप-शनाप आरोप लगाकर पैसे ऐंठना उसका धंधा है। एसजीआरआर सूत्रों के अनुसार अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण अमित तोमर का वकालत का लाइसेंस भी रद्द होने की संभावना है।