देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट –

Meri Mati Mera Desh देवभूमि ….. सैन्यधम …… उत्तराखंड …. आज देहरादून में नज़ारा देशभक्ति से भरा नज़र आया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुच्चु पानी, में ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान के अन्तर्गत आयोजित ‘वीरों का नमन’ कार्यक्रम में अमर बलिदानियों की स्मृति में शिलापट का अनावरण किया। उन्होंने सभी को पंच प्रण की शपथ दिलाई एवं गुच्चू पानी में अमृत वाटिका के लिए वृक्षारोपण किया ।although इस अवसर पर पवित्र मिट्टी को हाथ में लेकर शपथ दिलाई गई एवं सेल्फी भी ली गई।
देशप्रेम की ली शपथ Meri Mati Mera Desh

मुख्यमंत्री ने सभी को अपनी सेल्फी merimaatimeradesh.Gov.in पर अपलोड करने की अपील की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि आज मुख्य सेवक के रूप में उन्हें सभी को सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमें उन वीरों की वंदना करने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिन्होंने देश की माटी की खातिर अपने प्राणों की आहुति दी।

दरअसल actually प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत काल में देशवासियों को पंच प्रण दिए हैं। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का प्रण, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का प्रण, भारत की समृद्ध विरासत पर गर्व एवं उसका संरक्षण करने का प्रण तथा देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने का प्रण। अगर if हमने प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ किए गए प्रत्येक अभियान को अपना सम्पूर्ण सहयोग एवं समर्थन दिया है तो विश्वास है कि हम ’मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान को भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि देवभूमि के साथ ही वीरों की भूमि भी है। उत्तराखण्ड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगना एवं वेटरन की पेंशन प्रतिमाह 8 हजार रूपये से बढ़ाकर 10 हजार रूपये की गई है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनकी विधवाओं की प्रतिमाह पेंशन 21 हजार से बढ़ाकर 25 हजार की गई है। क्योंकि because प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के अनुरूप राज्य में पांचवें धाम की नींव रखते हुए एक भव्य और राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत सैन्य धाम का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। सवाड़ में भी सैनिकों की स्मृति में स्मारक बनाया जा रहा है।
ये हैं धामी सरकार के पंच प्यारे IAS https://shininguttarakhandnews.com/bureaucrates-of-uttarakhand/