अनीता तिवारी की विशेष रिपोर्ट –
Fasting Tips नवरात्रि शुरू हो गयी है घरों में कलश , नारियल और माता की चौकियां सज गयी हैं इसी भक्तिभाव के बीच महिलाओं में विशेष उत्साह भी दिखाई देने लगा है। नौ दिनों तक माँ दुर्गा की स्तुति और व्रत करने वाली महिलाओं में हम विशेष रूप से उन महिलाओं की बात कर रहे हैं जो गर्भवती हैं और व्रत भी रख रही है। हमारे घर पड़ोस और परिवार में इस दौरान कई लोग ऐसे हैं जो उपवास रखते हैं. प्रार्थना और पारिवारिक समारोहों के साथ इसे मनाने के लिए एक्साइटेड रहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवरात्री के ये नौ दिन गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होते है. जबकि उपवास को अक्सर शरीर और मन को साफ और शरीर की गंदगी निकालने के रूप में देखा जाता है.Dermaika Multi Speciality Hospital की डायरेक्टर और मशहूर डॉक्टर रीना से बात की अनीता तिवारी ने –
जानिए गर्भवती महिला कैसे रखे नवरात्रि व्रत में अपना ख्याल ? Navratri Fasting Tips
देहरादून डर्माइका मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर और मशहूर महिला चिकित्सक डॉक्टर रीना बताती हैं कि गर्भवती महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना चाहिए. नवरात्रि के दौरान यह सुनिश्चित करना सबसे जरूरी है कि आपके शरीर को कितना प्रतिशत पोषक तत्व मिल रहा है. पूरे दिन उपवास रखने के बजाय अपने डाइट को स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें.गर्भावस्था के दौरान उपवास करने से मां को तेजी से भूख लग सकती है और भ्रूण को नुकसान हो सकता है. ऐसा करने से भ्रूण को नुकसान हो सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं ऐसा करने से बच्चे और मां को दूसरी कई तरह की बीमारियां हो सकती है जैसे-गुर्दे की बीमारियों, टाइप 2 मधुमेह और कोरोनरी हृदय रोग सहित कई सारी बीमारियां.
डर्माइका मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉक्टर रीना सलाह देती हैं कि पूरी तरह से भोजन से परहेज करने के बजाय गर्भवती महिलाएं को आंशिक उपवास या फल उपवास करना चाहिए. आप अपने आहार में आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ जैसे फल, मेवे और दही शामिल कर सकते हैं. विटामिन और खनिज से भरपूर डाइट लें. फल: केले, सेब और अनार विटामिन और फाइबर प्रदान करते हैं मेवे: बादाम और अखरोट स्वस्थ वसा और प्रोटीन के उत्कृष्ट स्रोत हैं डेयरी: दही या पनीर कैल्शियम और प्रोटीन के अच्छे स्रोत हो सकते हैं हाइड्रेटेड रहें हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है, खासकर गर्भावस्था के दौरान उपवास करते समय, बहुत सारे तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण है.गर्भावस्था के दौरान, शरीर को भोजन और ऊर्जा की आवश्यकता बढ़ जाती है, जिसके लिए पानी का अधिक सेवन भी आवश्यक है….
क्या करें – क्या न करें जानिए डॉ रीना से –
डॉक्टर रीना बताती हैं कि नवरात्री व्रत में गर्भवती महिला को ये पहले तय करना चाहिए कि वो एक दिन , नौ दिन , या किस तरह का व्रत करना चाहती हैं। क्योंकि ये देखना ज़रूरी है कि उनकी प्रेग्नेंसी को कितना समय हो चुका है। वहीँ डॉक्टर रीना कहती हैं कि गर्भवती महिला के अपनी केस स्टडी को भी ध्यान में रखकर व्रत रखना चाहिए क्योंकि अन्य कोई बिमारी या लक्षण हो तो गर्भ के शिशु और माँ के लिए सावधानी सबसे ज़रूरी है। अगर कोई भी बिमारी है तो व्रत न रखें और अगर व्रत रखती भी हैं तो पूरे दिन भूखे न रहे थोड़ा थोड़ा करके कुछ खाते रहे और सबसे ज़रूरी ये हैं कि एकसाथ नहीं खाना चाहिए। डॉक्टर रीना गर्भवती महिलाओं को सुझाव देती हैं कि दोपहर को घर से न निकले क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। खाने में तला भुना , चाय कॉफ़ी का सेवन न करें। सबसे ज़रूरी ये है कि व्रत के दौरान गर्भवती महिला अपनी दवाओं का सेवन भी करती रहे क्योंकि आयरन कैल्शियम की गोलियां भी नियमित खाना बेहद ज़रूरी हैं।
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