Night Bad Habbits आज के दौर में लोगों की दिनचर्या काफी व्यस्त है, अपने कामों की वजह से काफी लोगों की दिनचर्या उल्टी भी है. ऐसे में कई बार लोग अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पाते. कई बार हम ऐसी गलती कर देते हैं जिसका रिजल्ट हमें तुरंत तो पता नहीं चलता लेकिन आगे जाकर हमें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
भूलकर भी न करें ये गलती Night Bad Habbits
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आज के समय लगभग हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है, जिसका इस्तेमाल हम अपनी सुविधा के लिए करते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग इसका सही इस्तेमाल ना करके इसका दुरुपयोग अधिक करते हैं. जिसका नुकसान हमें तुरन्त तो पता नहीं चलता मगर धीरे-धीरे हमारे लिए मुश्किलें खड़ी होती जाती हैं और हम इस बात से अनजान रहते हैं. हमें अपनी दिनचर्या सुधारने के साथ रात की आदतों में भी सुधार लाने की जरूरत है. आज हम कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बात करने वाले हैं जिसका कहीं ना कहीं भारत का हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति शिकार हो सकता है.
रात को नहीं करना चाहिए ये काम
अगर आप को भी देर रात तक फोन चलाने की आदत है तो जितनी जल्दी हो सके अपने इस आदत से दूरी बना लीजिए. क्योंकि धीरे-धीरे ये आदत आपको इतना जकड़ लेगी कि आने वाले समय में आपको एक साथ कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.आज कल लोग अपने ऑफिस टाइम की वजह से या अपने व्यस्त दिनचर्या के वजह से अक्सर अपने रात के खाने में देरी करते हैं. जो कि सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है. आयुर्वेद के अनुसार हमें अपना रात का भोजन सूर्यास्त के 2 घंटे बाद तक कर लेना चाहिए. अनुमानतः किसी भी हाल में रात 8 बजे तक हमें अपना डिनर कंप्लीट कर ही लेना चाहिए.
हिंदू धर्मशाास्त्रों में बहुत सारे ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका रोजमर्रा के जीवन में बहुत महत्व है। रात के लिए हमारे शास्त्रों में कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं जिनका पालन स्त्री हो या पुरुष सभी को करना चाहिए। इन नियमों का पालन न करने वालों के घर में आर्थिक एवं मानसिक परेशानी बनी रहती है।रात को बाहर कपड़े सुखाने से कपड़ों पर मृत ‘ची’ का प्रभाव पड़ता है जो ठीक नहीं है। धूप में कपड़े सुखाने से कपड़ों पर यांग ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है जो शरीर और सौभाग्य के लिए अच्छा होता है।
रात को सोते समय सिर या पैर दरवाजे की ओर न करें। दरवाजे की ओर पैर या सिर करके सोना ‘चिन’ स्थिति में है जो मृत्यु की सूचक मानी जाती हैं इसलिए इस स्थिति से बचें। रात को जल्दी सोना चाहिए और सवेरे जल्दी उठना चाहिए। सुबह देर तक सोने से शरीर में रोग और शोक अपना बसेरा बना लेते हैं। जहां रोग और शोक होगा वहां लक्ष्मी का बसेरा नहीं हो सकता।
रात को कमरे में अंधेरा करके न सोएं, हल्की रोशनी अवश्य रखें। इससे सकारात्मकता बनी रहती है। रात को जिस बिस्तर पर आप सोते हैं, उस पर नई बैडशीट बिछा कर सोएं। सारे दिन की बिछी बैडशीट पर न सोएं क्योंकि उस पर नकारात्मक ऊर्जा अपना वास बना लेती है और दिन भर की धूल और मिट्टी से नींद में भी विध्न पड़ता है।
उत्तराखंड स्थापना दिवस की आपको बधाई – मुख्यमंत्री https://shininguttarakhandnews.com/uttarakhand-sthapna-diwas-2/