OPERATION KALNEMI देहरादून से दुम दबाकर भागे फ़र्ज़ी बाबा – काल बनी पुलिस

देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट —


OPERATION KALNEMI भगवा चोला ओढ़े , त्रिपुण्ड लगाए भगवान् भजन करते बाबाओं में कौन असली कौन नकली ये फर्क करना आम लोगों के लिए मुश्किल होता है लिहाज़ा भोली भाली जनता मूर्ख बन जाती है और कभी कभी लूट का शिकार भी हो जाती है। उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार ने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू किया है। इस अभियान के तहत फर्जी साधुओं और ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। हरिद्वार और देहरादून पुलिस ने इस ऑपरेशन के तहत अब तक दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें से 6 मुस्लिम और एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है।

देहरादून में फर्जी बाबा गिरफ्तार , मचा हड़कंप OPERATION KALNEMI

OPERATION KALNEMI
देहरादून पुलिस ने एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन कालनेमि के पहले दिन 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया। इनमें एक बांग्लादेशी नागरिक रूकन रकम उर्फ शाह आलम भी शामिल है, जिसके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद हुआ। पुलिस के मुताबिक, ये संदिग्ध साधु-संतों के वेश में कांवड़ियों से ठगी और भीख मांगने की गतिविधियों में लिप्त थे। हरिद्वार में भी एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 25 अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उधम सिंह नगर जिले में ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस ने धर्म के नाम पर भोली भाली जनता का शोषण करने वाले पीर फकीर बाबाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. जांच के दौरान पुलिस ने 66 पीर फकीरों को हिरासत में लिया है,


जारी रहेगा कालनेमि अभियान : अजय सिंह , एसएसपी

अभियान के दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साधु-संतों के भेष में घूम रहे 25 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया है. इनमें से सहसपुर क्षेत्र में बाबा के भेष में घूम रहा 01 बांग्लादेशी नागरिक भी पुलिस की गिरफ्त में आया है. उसके खिलाफ थाना सहसपुर में विदेशी अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया. साथ ही एलआईयू और आईबी की टीमों ने बांग्लादेशी नागरिक से पूछताछ कर रही हैं. गिरफ्तार ढोंगी बाबाओं में 20 से अधिक व्यक्ति अन्य राज्यों के रहने वाले हैं. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत ढोंगी बाबाओं के खिलाफ दून पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी.

सनातन से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं – अजय सिंह , एसएसपी

अभियान के दूसरे दिन भी अलग- अलग थाना क्षेत्रों से साधु संतों के भेष में घूम रहे 23 ढोंगी बाबाओं को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आमजन को भ्रमित कर उनकी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर ठगी करने वाले ढोंगी बाबाओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही के लिए एसएसपी अजय सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि उत्तराखंड में साधु संतों के भेष में फर्जी तरह से रह रहे लोगों की पहचान के लिए ऑपरेशन ‘कालनेमि’ चलाए जाने का फैसला स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से राक्षस ‘कालनेमि द्वारा साधु का भेषधारण कर हनुमान को रोकने का काम किया था, उसी प्रकार कुछ फर्जी आपराधिक और सनातन विरोधी लोग धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी आवश्यक है.


कालनेमि रामायण में एक मायावी राक्षस था.

कालनेमि मारीच का पुत्र था, मारीच रावण का मामा था. रिश्ते में कालनेमि रावण का भाई लगता था. रामायण में अनुसार जब लंका युद्ध के दौरान मेघनाद द्वारा छोड़े गए शक्तिबाण से जब लक्ष्मण मूर्छित हो गए तो उपचार के लिए हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने हिमालय पर्वत गए थे. रावण ने हनुमान को रोकने के लिए मायावी कालनेमि को भेजा था.कालनेमि ने माया की रचना की थी और हनुमान जी का रास्ता रोका था. जब हनुमान को मायावी कालनेमि का उद्देश्य पता चला तो उन्होंने उसकी चाल को पहचानकर उसका वध कर दिया.उत्तराखंड में चल रहे ऑपरेशन कालनेमि को नाम इसी कारण दिया गया है जो लोग वेश बदलकर लोगों को लुटने और ठगने का काम कर रहे हैं उनपर शिकंजा कसने के लिए उत्तराखंड की सरकार ने इस ऑपशेन को कालनेमि का नाम दिया गया है.

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