Painkillers Damage Liver भागमभाग , दिन भर टेंशन , घर दफ्तर और फैमिली के मसले और इन सबके बीच हमारी सेहत …. क्या हम और आप इस सेहत का भी ख्याल रखते हैं या नज़रअंदाज़ कर कोई बड़ी भूल कर रहे हैं । लिवर हमारे शरीर का पावरहाउस है जो कई जरूरी काम करता है लेकिन जब हम बिना सोचे-समझे पेनकिलर ले लेते हैं तो यह सीधा लिवर पर वार करता है। आइए जानते हैं वो 6 तरीके जिनसे पेनकिलर आपके लिवर को डैमेज कर रही हैं और अगर आप जल्द नहीं संभले तो आपका शरीर बीमारियों का घर बन सकता है। हम सभी ने कभी न कभी दर्द से राहत पाने के लिए पेनकिलर का सहारा लिया है- चाहे वह सिरदर्द हो, पीरियड्स पेन हो, या मांसपेशियों में ऐंठन।
चुपचाप लिवर को डैमेज कर रही है पेनकिलर Painkillers Damage Liver
अक्सर हम सोचते हैं, “यह तो बस एक गोली है!” लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह ‘एक गोली’ आपकी आदत बनकर चुपचाप आपके लिवर को कितना नुकसान पहुंचा रही है?हमारा लिवर हमारे शरीर का एक बहुत ही जरूरी अंग है। यह हमारे शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है, लेकिन जब हम बिना सोचे-समझे बार-बार पेनकिलर दवाएं लेते हैं, तो हमारा लिवर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगता है
ओवरडोज का खतरा, खासकर पेरासिटामोल से
क्या आपको पता है कि पेरासिटामोल जैसी सामान्य दर्द निवारक दवा की थोड़ी-सी भी ज्यादा खुराक आपके लिवर पर भारी पड़ सकती है? अगर आप सेफ डेली लिमिट से थोड़ा भी ज्यादा लेते हैं, तो लिवर इसे संभाल नहीं पाता और उस पर दबाव पड़ता है।
लिवर एंजाइम का बढ़ना
जो लोग नियमित रूप से पेनकिलर मेडिसिन्स लेते हैं, उनके लिवर एंजाइम का स्तर चुपचाप बढ़ सकता है। यह बिना किसी लक्षण के आपके लिवर को अंदर से नुकसान पहुंचा सकता है। आपको महसूस भी नहीं होगा कि लिवर कमजोर हो रहा है।
फैटी लिवर की समस्या को बढ़ाना
कुछ पेनकिलर दवाएं, जैसे कि आइबुप्रोफेन (NSAIDs), लिवर में सूजन पैदा कर सकती हैं। अगर आपको पहले से फैटी लिवर की समस्या है, तो ये दवाएं इसे और भी बदतर बना सकती हैं।
शराब के साथ जानलेवा असर
अगर आप शराब पीने के बाद पेनकिलर लेते हैं, तो यह आपके लिवर के लिए एक बहुत ही खतरनाक मेल हो सकता है। शराब और दवा का यह मिश्रण लिवर में जहर पैदा कर सकता है, जो बेहद नुकसानदायक होता है।
लक्षणों को छिपाना
पेनकिलर दवाएं केवल दर्द को दबाती हैं, उसकी जड़ को खत्म नहीं करतीं। जब आप दर्द की वजह पर ध्यान नहीं देते और केवल गोली लेते रहते हैं, तो अंदरूनी समस्या चुपचाप बढ़ती रहती है।लगातार और बिना डॉक्टरी सलाह के पेनकिलर दवाओं का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपके लिवर को इतना नुकसान पहुंचा सकता है कि वह स्थायी रूप से खराब हो जाए, यानी लिवर फेलियर की स्थिति भी आ सकती है।
क्या करें ?
जरूरत पड़ने पर ही लें: पेनकिलर दवाओं का यूज तभी करें जब वे वास्तव में जरूरी हों।
डोज का ध्यान रखें: हमेशा डॉक्टर या दवा पर बताई गई खुराक ही फॉलो करें। कभी भी बताई गई डोज से ज्यादा न लें।
डॉक्टर से सलाह लें: अगर आपको बार-बार पेनकिलर लेने की जरूरत पड़ती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।