माता पिता को इसके बारे में बच्चों को समझाना चाहिए Social Media

शादी का झांसा देकर प्यार के जाल में फंसाया
पहले एक ताज़ा केस आपको बता देते हैं जो देहरादून से है जहाँ ऐसी ही एक नकली दोस्ती से फ़र्ज़ी मोहब्बत में फसी एक युवती को इमोशन के साथ साथ लाखों रूपये का चूना लगाकर ऑनलाइन आशिक़ छू मंतर हो गया। पुलिस के मुताबिक युवक व युवती के बीच इंस्टाग्राम पर शुरू हुई बातचीत शादी तक जा पहुंची। आरोपित ने युवती को शादी के रंगीन सपने दिखाए व फोन पर सगाई करते हुए उससे चार लाख रुपये ठग लिए। बार-बार बुलाने के बावजूद भी जब जालसाज देहरादून नहीं आया तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ।इस मामले में पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस को दी शिकायत में रमनप्रीत निवासी पटेलनगर ने बताया कि 17 सितंबर को उन्हें इंस्टाग्राम पर अंकित नाम युवक ने से एक मैसेज भेजा। इसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई। दोनों की फोन पर बातचीत होनी शुरू हो गई।

पीड़ित के अनुसार अंकित ने पहले बताया कि वह हरिद्वार में रहता है। फोन पर ही दोनों की सगाई हो गई और इसके बाद जालसाज ने बताया कि नोयडा में परी चौक पर उसका अपना मकान है। आरोपित ने फोन पर घरवालों को भी शादी के लिए मना लिया और सबसे बात कर शादी की तैयारी की बातें भी करता रहा।आरोपित ने फोन पर ही होटल बुकिंग, बारातियों की संख्या, कपड़े व अन्य सामान की बात भी कर ली। इसके बाद आरोपित ने सगाई के लिए सोने की चेन, मां के इलाज के लिए खर्चा व अन्य बातें बताकर युवती से चार लाख रुपये ठग लिए। जब युवती व उसके स्वजनों ने उसे देहरादून बुलाया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि युवती की तहरीर पर आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
कस्टमर केयर फ्रॉड से कैसे बचें
गूगल पर सभी चीजों के बारे में सर्च करते हुए हमारी एक आदत बन चुकी हैं। की अगर हमें किसी सर्विस या किसी भी प्रोडक्ट से संबंधित कस्टमर केयर का नंबर की जरूरत होती हैं। तो हम डायरेक्ट गूगल पर सर्च करते हैं। जिसके कारण हमारी स्क्रीन पर कस्टमर केयर नंबर अनेकों वेबसाइट दिखाई देती हैं। इसे भी जरूर पढे हमें लगता हैं। कि ये सभी नंबर सही हैं। यही हम फंस जाते हैं। इसलिए आँख बंद करके गूगल पर दिए हुए कस्टमर केयर के नंबर पर भरोसा न करें। उन्ही कस्टमर केयर नंबर पर भरोसा करें जो उस सर्विस की ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए गए हो।एक रिपोर्ट के अनुसार देश में सबसे ज्यादा फ्रॉड गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने की वजह से ही होते हैं।

ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें
अगर आपको कोई पर्सन आपके पास कॉल करके आपके मोबाइल में आया ओटीपी पूछता हैं तो उसे बिल्कुल भी ओटीपी न दें। आमतौर पर इस प्रकार के फ्रॉड करने वाले पर्सन यूजर्स के पास कॉल करके उन्हें इस तरह से डरा देते हैं । कि हम बैंक से बोल रहे हैं। अगर आपने ओटीपी नहीं बताया तो कि आपका अकाउंट बंद हो जायेगा। आपका एटीएम कार्ड बंद हो जाएगा। आपका क्रेडिट कार्ड बंद हो जाएगा। इत्यादि। जिससे यूजर्स डर के मारे उन्हे मोबाइल में आया ओटीपी बताकर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।इसलिए अगर आपके पास कभी भी इस प्रकार का कॉल आए तो उस पर बिल्कुल भी भरोसा न करें। उसे ओटीपी न बताए। कोई भी बैंक कर्मी कभी भी आपको इस प्रकार कॉल नहीं करेगा।