Sound Bath वक्त बदलने के साथ खाने-पीने से लेकर नहाने के तरीके बदल जाते हैं. एक जमाने में लोग कुएं के पास बैठकर नहाते थे, तो उसके बाद नल से पानी भरकर नहाने लगे. समय के साथ नलों की जगह शावर लग गए और लोग इस नए तरीके को खूब पसंद करने लगे. पिछले कई सालों से बाथटब में रिलैक्स होकर नहाने का चलन खूब चल रहा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि अब नहाने का एक अनोखा तरीका ट्रेंड में है, जिसमें आपको नहाने के लिए न पानी की जरूरत होगी और न ही साबुन की. यह अनोखा तरीका साउंड बाथ है, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. साउंड बाथ में लोगों को साउंड वेव्स के जरिए नहलाया जाता है और इससे उनका तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करने में मदद मिल रही है.
अनोखे तरीके के बारे में विस्तार से जानिए Sound Bath

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक साउंड बाथ नहाने का एक अनोखा तरीका है, जिसमें लोग योगा मैट पर आराम से लेटकर इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक जैसे- घंटियों और मेटल से बने कटोरे की आवाज व कंपन महसूस करते हैं. साउंड बाथ के दौरान लोग आराम से लेटकर साउंड वेव्स (Sound Waves) को अपने शरीर के ऊपर से गुजरने देते हैं. ऐसा करने से वे काफी रिलैक्स महसूस करते हैं और उनके तनाव का स्तर कम हो जाता है. इतना ही नहीं, साउंड बाथ से लोगों का दर्द भी कम हो सकता है. यह बात अब तक कई रिसर्च में सामने आ चुकी है. लोग बेहतर फील करने के लिए साउंड बाथ का सहारा ले रहे हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की पब्लिक हेल्थ रिसर्च साइकोलॉजिस्ट तमारा गोल्डस्बी के अनुसार साउंड बाथ में पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और इसमें सिर्फ साउंड वेव्स का उपयोग किया जाता है. इससे लोगों का तनाव, चिंता, अवसाद और गुस्सा समेत कई नेगेटिव मनोदशाओं से राहत पाने में कारगर माना जा सकता है. साउंड बाथ से लोगों की ओवरऑल हेल्थ को गजब के फायदे मिल सकते हैं. तनाव हमारे शरीर को बुरी तरह प्रभावित करता है और इसकी वजह से बॉडी में इंफ्लेमेशन, दर्द, चिंता, बेचैनी, नींद की समस्या और पेट खराब हो सकता है. ऐसे में साउंथ बाथ से इन सभी परेशानियों से काफी हद तक राहत मिल सकती है.
कुछ रिसर्च में पता चला है कि 15 मिनट तक साउंड बाथ लेने से लोगों के शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल में कमी होती है. इससे लोगों को राहत मिलती है और वे काफी शांत महसूस कर सकते हैं. इससे उनके मूड में सुधार होता है और एनर्जी से भरपूर महसूस करते हैं. साउंड बाथ लेने से नींद में सुधार हो सकता है और मेंटल हेल्थ बूस्ट हो सकती है. प्रतिदिन 5 से 10 मिनट की साउंड बाथ लेने से स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है. कई लोग इसे म्यूजिक थेरेपी समझते हैं, लेकिन साउंड बाथ उससे काफी अलग है. इसमें एक ट्रेनर होता है, जिसके पास योग या ध्यान के साथ किसी प्रकार के मंत्र का जाप करने का अनुभव हो. आमतौर पर साउंड बाथ घर पर ज्यादा प्रभावी नहीं है और इसके लिए खास जगह होनी चाहिये
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