Thronging Relationship मौजूदा समय में हर दिन रिलेशनशिप और डेटिंग का ट्रेंड बदलता रहता है। समय के साथ रिश्तों को लेकर हर दिन बदलाव और नए-नए तरीके और नाम सामने आ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको एक नए नाम के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसका रिलेशनशिप डेटिंग से जुड़ा हुआ है। यदि आप भी किसी के संग रिश्ते में हैं तो आपका इसके बारे में एक बार जरुर जान लेना चाहिए। आधुनिक समय में सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां कोई भी शब्द, टेक्निक, वीडियो आते ही तेजी से वायरल होने लगती है। आज हम आपको एक ऐसे ही शब्द के बारे में बताने जा रहे हैं। उसका नाम ‘थ्रोनिंग’ है। इसका संबंध रिलेशनशिप से जुड़ा है।
थ्रोनिंग एक नया डेटिंग से जुड़ा शब्द है। जहां रिश्तों को मजबूती देने के बजाय सोशल स्टेट्स का ध्यान रखा जाता है। यहां पार्टनर के इमोशन और प्यार की जगह उसके पैसों को देखकर उससे रिलेशन बनाया जाता है। इस तरह के रिलेशन में आप अपने पार्टनर से फायदा देखते हैं, ताकि समाज में आपकी एक अलग पहचान बन सके। इसको आप एक तरह का दिखावा भी कह सकते हैं।
थ्रोनिंग रिलेशनशिप के फायदे ? (Benefits of Throning Relationship)
दरअसल, इस तरह के रिलेशनशिप के कोई फायदे नही होते हैं। इसका रिश्तों पर नेगेटिव प्रभाव ही देखने को मिलता है। यहां एक व्यक्ति खुद को दूसरे से ज्यादा महान समझने लगता है। ऐसे में रिश्तो में नेगेटिव इम्पैक्ट देखने को मिलता है।
आपको बता दें इस तरह के रिश्ते ज्यादा समय तक नही टिक पाते हैं, क्यूंकि ऐसे रिलेशन केवल सोशल स्टेट्स के लिए बनाए जाते हैं। एक रिलेशनशिप में केवल दो लोग नही बल्कि, उनका प्यार विश्वास और इमोशन जुड़े होते हैं। इसी के आधार पर किसी रिश्ते की नींव खड़ी होती है। इनके आधार पर ही कोई रिश्ता लंबा चलता है। दिखावे के रिश्ते ज्यादा दिन तक टिक नही पाते हैं।
थ्रोनिंग के नुकसान (Disadvantages of Throning)
इसके साथ ही थ्रोनिंग रिलेशनशिप के कई भी होते हैं। इस तरह रिलेशन में पार्टनर एक-दूसरे के प्रति असमानता का भाव रखते हैं। यानि दोनों बराबरी का अनुभव नही कर पाते हैं। इसके अलावा ऐसे रिलेशनशिप में व्यक्ति निर्णय लेने की क्षमता भी खो देता है। साथ ही, असमानता और स्वतंत्रता के चलते रिश्तों में झगड़े और तनाव पैदा होने लगते हैं।