upsc exam देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी परीक्षा पास करना और आईएएस अधिकारी बनना करोड़ों भारतीयों का सपना होता है और कई यूपीएससी अभ्यर्थी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए वर्षों तक कड़ी मेहनत करते हैं. आज हम बात कर रहे हैं, साल 2015 बैच की आईएएस अधिकारी डॉ. तनु जैन जो अब अपनी सिविल सर्विसेज की नौकरी छोड़ चुकी हैं. तनु जैन 2015 बैच की आईएएस अधिकारी रही हैं.उन्होंने बताया कि, मेडिकल की पढ़ाई में इंटर्नशिप के दौरान मेरे पिता ने एक दूर के रिश्तेदार से सलाह लेने का सुझाव दिया, जो एक सिविल सेवक था. इस मुलाकात से उनमें सिविल सेवाओं में करियर बनाने की रुचि जगी.
साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा पास की upsc exam

उन्होंने बताया कि, साल 2012 से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. इसी दौरान विकास दिव्यकीर्ति सर मेरे एक दिन के टीचर थे. तनु जैन ने अपने पहले प्रयास में केवल 2 महीने की तैयारी में यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी. हालांकि, वह मुख्य परीक्षा पास नहीं कर सकीं. 2015 में अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने 648वीं रैंक हासिल की.

तनु जैन ने अपनी सिविल सेवा की नौकरी छोड़ने और पूर्णकालिक शिक्षण में परिवर्तन करने का साहसिक निर्णय लिया. उन्होंने अपने कदम को सही ठहराते हुए कहा कि मेरी नौकरी संतोषजनक थी और मैंने साढ़े सात साल तक लगन से काम किया. हालांकि, मैंने यूपीएससी की तैयारी में चुनौतियों का सामना किया. खुद परीक्षा की तैयारी के संघर्षों से गुजरने के बाद, मैं समझती हूं कि उम्मीदवारों को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. अब मैं लोगों को यूपीएससी परीक्षा के लिए गाइड करती हूं.

तनु जैन कहती हैं कि मैंने तीसरे प्रयास में परीक्षा को क्रैक किया. दूसरे प्रयास में मैंने पहले मुख्य परीक्षा की गलतियों को सुधारा था. उसी तरह से तीसरे प्रयास में इंटरव्यू में ज्यादा नंबर लाने की कोशिश की. उसके लिए अभ्यर्थी को चाहिए कि वो अपने किसी आदर्श अफसर को फॉलो करें. उनकी पर्सनलिटी से कुछ सीखें. उनकी बातचीत का तरीका कैसा है? वो किसी भी बात को कैसे फैक्ट के साथ रखते हैं? वर्तमान में डीआरडीओ में सहायक निदेशक के रूप में कार्यरत, तनु जैन यूपीएससी कोचिंग में सक्रिय रूप से शामिल हैं. यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए मॉक साक्षात्कार सत्र आयोजित करती हैं.